अडानी ग्रुप (Adani Group) की रियल्टी कंपनी अडानी रियल्टी (Adani Realty) में मुंबई की डीबी रियल्टी (DB Realty) का विलय हो सकता है। इसकी जानकारी सामने आने के बाद डीबी रियल्टी के शेयरों में खरीदारी बढ़ी और बीएसई पर 90.12 रुपये के भाव पर अपर सर्किट लग गया। अडानी रियल्टी अडानी ग्रुप की लग्जरी रेजिडेंशियल और कॉमर्शियल प्रॉपर्टी इकाई है। अडानी रियल्टी में विलय की यह जानकारी ऐसे समय में सामने आई है जब गोदरेज प्रॉपर्टीज के साथ डीबी रियल्टी की बातचीत आगे नहीं बढ़ी।
अडानी रियल्टी में विलय पर क्यों हो रही बातचीत
विलय की यह जानकारी द हिंदू बिजनेस लाइन के बिजनेस डेली की रिपोर्ट से सामने आई है। मनीकंट्रोल इस रिपोर्ट की सत्यता की पुष्टि नहीं कर सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक डीबी रियल्टी को कई प्रोजेक्ट्स के लिए बड़ी मात्रा में फंड की जरूरत है। इसके चलते वह एक साझीदार की तलाश में है और इसके लिए उसे अडानी रियल्टी बेहतर लग रहा है।
Adani Realty की बैकडोर से हो सकती है लिस्टिंग
यह विलय प्रोसेस रीयल एस्टेट सेक्टर में यह सबसे बड़ी डील में शुमार हो सकती है और इसके पूरा होने पर अडानी रियल्टी की मार्केट में लिस्टिंग हो सकती है। डीबी रियल्टी का विलय अडानी रियल्टी में होने पर इसका नाम अडानी रियल्टी रहेगा। डीबी रियल्टी घरेलू मार्केट में लिस्टेड है यानी कि विलय के बाद अडानी रियल्टी अपने आप घरेलू इक्विटी मार्केट में लिस्ट हो जाएगी। जानकारी के मुताबिक अडानी डीबी रियल्टी में निवेश कर सकते हैं यानी कि नए शेयर जारी होंगे।
अडानी की एक कंपनी से पहले ही साझेदारी
डीबी रियल्टी मुंबई की है और इसके प्रोजेक्ट महालक्ष्मी रेसकोर्स, बीकेसी और अंधेरी के ग्रैंड मराठा होटल के नजदीक चल रहे हैं। इसके करीब दो दर्जन प्रोजेक्ट के पोर्टफोलियो में अधिकतर मुंबई में है और कंपनी को इससे 65 हजार करोड़ रुपये के सरप्लस की उम्मीद है। रिपोर्ट के मुताबिक 3500 करोड़ रुपये के बीकेसी प्रोजेक्ट में डीबी रियल्टी पहले से ही अडानी गुड होम्स के साथ मिलकर काम कर रही है।