सिंगापुर एयरलाइंस ने वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही अप्रैल-जून 2025 के कारोबारी नतीजे जारी कर दिए। जूम तिमाही में कंपनी का शुद्ध घाटा 58.8% गिर गया। कंपनी ने इस गिरावट के लिए प्रमुख कारण एयर इंडिया को हुआ घाटा बताया। यह पहली तिमाही है जब सिंगापुर एयरलाइंस ने एयर इंडिया के कारोबारी प्रदर्शन को पूरी तरह से अपनी कमाई में शामिल किया है क्योंकि विस्तारा-एयर इंडिया का विलय नवंबर 2024 में पूरा हुआ था। जून तिमाही में सालाना आधार पर सिंगापुर एयरलाइंस का शुद्ध मुनाफा 26.6 सिंगापुरी डॉलर (₹1,795.8 crore) गिरकर 18.6 सिंगापुरी डॉलर (₹1,255 करोड़) पर आ गया।
Singapore Airlines को झटके की अहम वजह Air India
जून तिमाही में सालाना आधार पर सिंगापुर एयरलाइंस का शुद्ध मुनाफा 58.8% गिरकर ₹₹1,255 करोड़ पर आ गया। इस गिरावट की वजह ऑपरेटिंग प्रॉफिट में गिरावच और ब्याज से कम आय भी हैं लेकिन 12.2 करोड़ सिंगापुरी डॉलर (₹823.62 करोड़) का नुकसान तो सहयोगी कंपनियों से हुआ, जिनमें एयर इंडिया प्रमुख कारण रही। पिछले साल की समान तिमाही में सिंगापुर एयरलाइंस को सहयोगी कंपनियों से 12.2 करोड़ सिंगापुरी डॉलर का मुनाफा हुआ था।
विलय के बाद एयर इंडिया बना सिंगापुर एयरलाइंस पर बोझ
एयर इंडिया के साथ विस्तारा का विलय पिछले साल नवंबर 2024 में पूरा हुआ था। सिंगापुर एयरलाइंस की एयर इंडिया में 25.1% हिस्सेदारी है। ऐसे में सिंगापुर एयरलाइंस को टाटा ग्रुप की एयरलाइन एयर इंडिया के भी वित्तीय आंकड़ो को अपने कंसालिडेटेड रिजल्ट में शामिल करना पड़ा।
Tata Group की सबसे अधिक घाटे वाली कंपनी एयर इंडिया
अब टाटा ग्रुप में एयर इंडिया की बात करें तो वित्त वर्ष 2025 में यह ग्रुप की सबसे अधिक रेवेन्यू जेनेरेट करने वाली कंपनियों में शुमार थी लेकिन यह सबसे अधिक घाटा भी इसी कंपनी को हुआ। वित्त वर्ष 2025 में एयर इंडिया ग्रुप को हाई ऑपरेटिंग कॉस्ट के चलते ₹10,859 करोड़ का घाटा हुआ था। हालांकि वित्त वर्ष 2025 में इसने ₹78,636 करोड़ का रेवेन्यू जेनेरेट किया जोकि इंडिगो के ₹84,098.2 करोड़ के रेवेन्यू के काफी करीब है।