वेदांता ग्रुप (Vedanta Group) 1.25 अरब डॉलर का प्राइवेट लोन जुटाने के लिए बातचीत के एडवांस्ड स्टेज में है। यह लोन 18-20 प्रतिशत की ब्याज दर पर लिया जा सकता है। यह जानकारी ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट से सामने आई है। ग्रुप अपने कर्ज में सुधार करना चाहता है। मामले की जानकारी रखने वाले लोगों के अनुसार, लेंडर्स के साथ हफ्तों की बातचीत के बाद वेदांता समूह एक समझौते के करीब है। जिन लेंडर्स से बातचीत की गई है, उनमें सेर्बेरस कैपिटल मैनेजमेंट एलपी, डेविडसन केम्पनर कैपिटल मैनेजमेंट एलपी, वर्डे पार्टनर्स इंक, एरेस एसएसजी कैपिटल मैनेजमेंट लिमिटेड शामिल हैं।
भारतीय अरबपति अनिल अग्रवाल (Anil Agarwal) की कंपनी वेदांता, अगले दो वर्षों में आने वाले लगभग 3 अरब डॉलर के अमेरिकी-मुद्रा बॉन्ड्स को रिफाइनेंस करने के लिए नकदी के नए स्रोतों की तलाश कर रही है। वेदांता के एक प्रवक्ता ने ब्लूमबर्ग को बताया है कि वेदांता मैच्योरिंग डेट की रिफाइनेंसिंग पर काम करना जारी रखे हुए है। प्रक्रिया के नतीजे के बारे में इस समय कुछ नहीं कहा जा सकता है लेकिन कंपनी एक सफल प्रक्रिया के लिए अपनी क्षमता को लेकर आश्वस्त है।
Q2 में वेदांता लिमिटेड को 915 करोड़ का घाटा
वेदांता लिमिटेड को जुलाई-सितंबर 2023 तिमाही में 915 करोड़ रुपये का नेट लॉस हुआ है। कंपनी ने एक साल पहले की समान अवधि में 2,690 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट कमाया था। नई कर दर अपनाने से एकमुश्त भारी खर्चा आने से यह घाटा हुआ। सितंबर तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 6.4 प्रतिशत बढ़कर 38,546 करोड़ रुपये हो गया। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में कंपनी का रेवेन्यू 36,237 करोड़ रुपये रहा था। वेदांता का ऑपरेटिंग प्रॉफिट या EBITDA सालाना आधार पर 52.2 प्रतिशत बढ़कर 11,080 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही के दौरान EBITDA 7,282 करोड़ रुपये रहा था।