Apple's iPhone Plan: एपल की योजना अगले साल तक अमेरिका में बिकने वाले सभी आईफोन की एसेंबली का काम भारत में शिफ्ट करने की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह फैसला भारत में सप्लाई चेन के पर्याप्त विस्तार के साथ-साथ अमेरिका और चीन के बीच कारोबारी बातचीत पर निर्भर करेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लंबे समय से एपल पर चीन से बाहर आने का दबाव बना रहे हैं क्योंकि दोनों देशों के बीच कारोबारी तनाव बना हुआ है। ट्रंप ने संकेत दिए हैं कि चीन के साथ टैरिफ को लेकर बातचीत चल रही है।
भारत में iPhone की एसेंबली रिकॉर्ड लेवल पर
एपल अमेरिका में बिकने वाले आईफोन की एसेंबली का काम अगले साल तक भारत में शिफ्ट करने की योजना बना रही है। हालांकि पहले से ही एपल के कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर्स मौजूदा क्षमता को बढ़ाने के काम पर लग गए हैं। फॉक्सकॉन का बेंगलुरु प्लांट इसी महीने चालू हो सकता है जिसका अधिकतम सालाना क्षमता 2 करोड़ यूनिट की होगी। ब्लूमबर्ग न्यूज की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक एपल ने पिछले साल भारत में 2200 करोड़ डॉलर के आईफोन बनाए जो रिकॉर्ड है। अब भारत में वैश्विक रूप से असेंबल होने वाले कुल आईफोन का लगभग 20% हिस्सा बनता है। इसे कंपनी के सप्लाई चेन की स्ट्रैटेजी में एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है।
तीन महीने में 30 लाख आईफोन भेजे गए देश के बाहर
इस साल 2025 के शुरुआती तीन महीने में भारत से आईफीओ की 30 लाख से अधिक यूनिट्स की सप्लाई हुई जो भारत में इसकी मार्च तिमाही में अब तक की सबसे अधिक बिक्री है। IDC की रिसर्च मैनेजर उपासना जोशी ने मनीकंट्रोल से बातचीत में कहा कि नो कॉस्ट ईएमआई, कैशबैक और ईटेलर डिस्काउंट जैसे स्कीमों के दम पर आईफोन की बिक्री इस रिकॉर्ड लेवल पर पहुंची। काउंटरपॉइंट रिसर्च का अनुमान है कि इस साल एपल भारत में 10-15% की सालाना ग्रोथ रेट को बनाए रखेगी।