प्राइवेट सेक्टर के एक्सिस बैंक (Axis Bank) ने एजुकेशन सर्विस प्रोवाइडर जी लर्न (Zee Learn) के खिलाफ दिवालिया कार्यवाही (Insolvency Proceedings) की मांग करते हुए नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (NCLT) का दरवाजा खटखटाया है। जी लर्न की ओर से शेयर बाजारों को इस बारे में जानकारी दी गई है। कहा गया है कि जी लर्न की कॉर्पोरेट इनसॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन प्रोसेस (CIRP) शुरू करने के लिए एक्सिस बैंक लिमिटेड की ओर से NCLT, मुंबई के समक्ष इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड, 2016 (Insolvency and Bankruptcy Code) की धारा 7 के तहत एक याचिका दायर की गई है।
जी लर्न ने कहा कि, इस संदर्भ में उसे एनसीएलटी की मुंबई-पीठ से एक नोटिस मिला है। कंपनी ने कहा कि वह एक्सिस बैंक की ओर से दायर याचिका में क्लेम किए गए तथ्यों को वेरिफाई करने के लिए जानकारी इकट्ठी कर रही है। साथ ही यह भी कहा है कि वह इस मामले में आगे के घटनाक्रम के बारे में एक्सचेंजों को अपडेट करती रहेगी।
पिछले महीने की रीब्रांडिंग
एस्सेल समूह की कंपनी Zee Learn मुख्य रूप से शिक्षा क्षेत्र में काम करती है। यह भारत में विभिन्न स्कूलों और वोकेशनल एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस के माध्यम से ऑपरेट करती है। इसके वेंचर्स में कई सारे K-12 स्कूल, माउंट लिटेरा जी स्कूल और एक प्री-स्कूल नेटवर्क किड्जी शामिल है। कंपनी ने पिछले महीने रीब्रांडिंग की कवायद की थी। ब्रांड ट्रांसफॉरमेशन का उद्देश्य अगली पीढ़ी को भविष्य के लिए तैयार करना है।
27 नवंबर को Zee Learn के शेयर में 5 प्रतिशत की तेजी के साथ अपर सर्किट लगा और BSE Sensex पर शेयर 6.59 रुपये पर पहुंच गया। NSE Nifty पर शेयर 2.31 प्रतिशत की बढ़त के साथ 6.65 रुपये पर बंद हुआ। जी लर्न के शेयर करीब 5 प्रतिशत की तेजी के साथ 26 नवंबर को 6.28 रुपये पर बंद हुए।