अधिकतर टेक कंपनियों से जहां इस समय छंटनी की खबर आ रही हैं। वहीं दूसरी तरफ दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी-एक्सचेंज बाइनेंस (Binance) ने नई हायरिंग का ऐलान किया है। Binance के सीईओ चांगपेंग झाओ (Changpeng Zhao) ने ऐलान किया कि उन्होंने इस साल के अंत तक अपनी टीम में कर्मचारियों की संख्या बढ़ाकर 8,000 तक ले जाने का लक्ष्य रखा है। Zhao ने एक ट्वीट में बताया, "उस ट्वीट के समय बाइनेंस में करीब 5,900 कर्मचारी थे। आज हमारी संख्या 7,400 से अधिक हैं। इस साल के अंत तक हमने इस बढ़ाकर 8,000 तक ले जाने का लक्ष्य रखा है।"
झाओ ने यह बात अपने 15 जून के एक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कहा। उस ट्वीट में उन्होंने कहा था, "कुछ महीने पहले तक सुपर बाउल विज्ञापनों, स्टेडियम के नाम के राइट्स और बड़े स्पॉन्सर डील्स आदि के लिए मना करना आसान नहीं था, लेकिन हमने किया। यह 2,000 पदों के लिए हायरिंग का फैसला था।"
Binance ने नई हायरिंग का यह फैसला ऐसे समय में किया है, जब Changpeng Zhao ने इंडस्ट्री रिकवरी फंड गठन करने का ऐलान किया था। यह फंड ऐसे प्रोजेक्ट्स की मदद के लिए जो मजबूत हैं, लेकिन नकदी संकट से जूझ रहे हैं।
यह भी दिलचस्प है कि बाइनेंस की सबसे बड़ी प्रतिद्वंदी और दुनिया की दूसरे सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज FTX अभी कुछ दिनों पहले ही नकदी संकट से जूझ रही थी। बाइनेंस ने इसे खरीदने पर सहमति जताई थी और लेकिन बाद में वह इससे पीछे हट गई, जिसके बाद FTX धराशायी हो गया।
Zhao ने अपने ट्वीट में इंडस्ट्री की उन कंपनियों का भी स्वागत किया, जो इसमें साथ में इनवेस्ट करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि "FTX के संकट के बावजूद क्रिप्टो इंडस्ट्री कहीं नहीं जाने वाला है।" उन्होंने बताया, "क्रिप्टो इंडस्ट्री कहीं नहीं जाने वाला है। हम अभी भी यहीं है। चलिए इसे दोबारा बनाते हैं।"
FTX के साथ डील से बाहर निकलने का ऐलान करते हुए, बाइनेंस ने एक बयान जारी किया था, जिसमें कहा था, "हमें उम्मीद थी हम FTX के ग्राहकों को लिक्विडिटी मुहैया कराने में सक्षम होंगे, लेकिन यह मामला हमारे नियंत्रण और हमारी मदद करने की क्षमता से परे था।"