भारतीय बिजनेस इकोनॉमी को लेकर काफी आशान्वित हैं और यह उम्मीद कर रहे हैं कि भारत सरकार जो कदम उठाएगी उससे अर्थव्यवस्था को फायदा होगा। डेलॉइट (Deloitte) के एक सर्वे के मुताबिक, उनका यह भी मानना है कि RBI के फैसलों की वजह से ग्रोथ एकबार फिर पटरी पर है। भारतीय बिजनेस को उम्मीद है कि इस साल बजट में कुछ ऐसे फैसले लिए जाएंगे जिससे ग्रोथ की रफ्तार और बढ़ेगी।
Deloitte Touche Tohmatsu India LLP के सर्वे के मुताबिक, कोरोनावायरस संक्रमण की तीसरी लहर के बावजूद 75% से ज्यादा बिजनेस लीडर्स को देश की ग्रोथ और आर्थिक विस्तार पर भरोसा था। पिछले साल 68% बिजनेस लीडर्स को यह भरोसा था।
इस सर्वे में शामिल करीब 91% बिजनेस लीडर्स का मानना है कि आत्मनिर्भर भारत और RBI की पॉलिसी की बदौलत अर्थव्यवस्था दोबारा पटरी पर लौट रही है। बिजनेस लीडर्स को यह भरोसा है कि बजट 2022 में लिए गए फैसलों से ग्रोथ में और तेजी आएगी। 2021 में 58% बिजनेस लीडर्स को अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटने की उम्मीद थी।
Deloitte Touche Tohmatsu India LLP के पार्टनर संजय कुमार ने कहा, "फिस्कल ईयर 2022 के दौरान अर्थव्यवस्था की ग्रोथ मजबूत रही है। इंफ्रास्ट्रक्चर ग्रोथ और PLI स्कीम्स के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था की ग्रोथ आगे भी बनी रहेगी।"
क्या है बिजनेस लीडर्स को उम्मीद?
- 55% बिजनेस लीडर्स इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश चाहते हैं। उनका मानना है कि इंफ्रा इनवेस्टमेंट के लिए लॉन्ग टर्म निवेशकों को टैक्स में छूट मिलनी चाहिए।
-करीब 45% बिजनेस लीडर्स का मानना है कि बजट में R&D पर खर्च बढ़ाना चाहिए ताकि ऑटोमोबाइल्स, कैपिटल गुड्स, लाइफ साइंस, टेक्नोलॉजी और टेलीकम्युनिकेशंस जैसे सेक्टर को फायदा हो।
-ग्रुप टैक्सेशन के मामले में सर्वे में शामिल प्रतिभागियों का कहना था कि अगले साल ग्रुप टैक्सेशन लागू कर दिया जाए।
-सर्वे में शामिल 50% से ज्यादा बिजनेस लीडर्स का मानना था कि इनडायरेक्ट टैक्स कम होने से बिजनेस को बढ़ावा मिलेगा।
-48% बिजनेस लीडर्स की डिमांड है कि टैक्स घटाना चाहिए ताकि लोगों के हाथ में ज्यादा पैसा आए और डिमांड बढे।