टैक्स रेवेन्यू कलेक्शन (Revenue Tax Collection) के मोर्चे पर सरकार के लिए अच्छी खबर है। पिछले चार साल में पहली पार सरकार का टैक्स रेवेन्यू कलेक्शन बजट में तय लक्ष्य से ज्यादा रहने की उम्मीद है। 1 फरवरी को बजट (Budget 2022) पेश करने जा रही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) के लिए यह काफी राहत की बात है। साल 2022 में कोराना की शुरुआत के बाद से सरकार के टैक्स कलेक्शन में बड़ी गिरावट आई थी। आर्थिक गतिविधियां थम जाने से ऐसा हुआ था। लेकिन, बाद में टैक्स कलेक्शन में अच्छा जंप दिखा।
जानकारों का कहना है कि पिछले साल बजट में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने टैक्स कलेक्शन का व्यवहारिक लक्ष्य तय किया था। इस वजह से इस बार टैक्स कलेक्शन टार्गेट न सिर्फ हासिल होगा बल्कि उसे पार कर जाएगा। चालू वित्त वर्ष के दौरान सरकार ने टैक्स कलेक्शन के लिए 15.4 करोड़ रुपये का लक्ष्य तय किया था।
चालू वित्त वर्ष (2021-22) के पहले 8 महीनों में नेट टैक्स कलेक्शन 11.3 लाख करोड़ रुपये रहा है। यह तय टार्गेट का 73.4 फीसदी है। यह सिर्फ 8 महीने का आंकड़ा है। अभी बाकी 4 महीने का कलेक्शन बाकी है। यह रकम पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के नेट टैक्स रेवेन्यू से 65 फीसदी ज्यादा है। इस दौरान ग्रॉस टैक्स रेवेन्यू कलेक्शन 15.4 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो 22.1 लाख करोड़ रुपये के टार्गेट का 69.4 फीसदी है।
किसी वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में टैक्स कलेक्शन में वृद्धि देखने को मिलती है। पिछले 12 साल में दिसंबर से मार्च के दौरान नेट टैक्स क्लेक्शन अप्रैल-नवंबर के मुकाबले औसतन 93.6 फीसदी रहा है। इस वित्त वर्ष के पहले 8 महीनों में नेट टैक्स कलेक्शन को देखें तो सरकार को टार्गेट पूरा करने के लिए सिर्फ 36 फीसदी कलेक्ट करना बाकी है।
जानकारों का कहना है कि चालू वित्त वर्ष में टैक्स कलेक्शन टार्गेट से ज्यादा रहने की बड़ी वजह यह है कि पिछले साल फरवरी में पेश बजट में वित्तंमंत्री ने इसका व्यवहारिक लक्ष्य तय किया था। इसके अलावा कोरोना की पहली लहर शुरू होने के करीब 5-6 महीने बाद आर्थिक गतिविधियां काफी हद तक बहाल हो गई थी। अब सबकी नजरें इस बजट में टैक्स कलेक्शन टार्गेट पर होगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को बजट में अगले वित्त वर्ष के बजट कलेक्शन के लक्ष्य के बारे में बताएंगी।