Budget 2024: ऐसे समय में जब अमेरिका, चीन और यूरोपीय देशों की अर्थव्यवस्था स्ट्रगल कर रही हैं। मल्टीनेशनल कंपनियों के सीईओ मंदी की बात कर रहे हैं। हम मंदी से निपटने के लिए कितने तैयार हैं या नहीं? इस पर बात हो रही है, तो ऐसे में भारत का बजट और इस साल होने वाले चुनाव अर्थव्यवस्था को बूस्ट देने वाले साबित होंगे। जो देश में नौकरी के मौके बढ़ाने, कारोबार को बढ़ने और स्टार्टअप्स के लिए अच्छा माहौल देने वाला साबित हो।
कोविड के बाद इंडियन इकोनॉमी ने किया है रिकवर
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतिम बजट 1 फरवरी, 2024 को पेश करेंगी। यह अंतरिम बजट होगा। लोकसभा चुनावों के बाद नई सरकार वित्त वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट पेश करेगी। यह बजट ऐसे वक्त पेश होगा जब इंडिया की जीडीपी की ग्रोथ दुनिया में सबसे तेज है। कोविड की महामारी के बाद इंडियन इकोनॉमी ने शानदार रिकवरी दिखाई है। अमेरिका और चीन जैसी दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमीज अब भी संघर्ष करती दिख रही हैं।
ग्लोबल इनवेस्टर्स को इंडिया से उम्मीदें
इंडिया में स्टॉक मार्केट्स के सूचकांकों ने ऊंचाई के नए रिकॉर्ड बनाए हैं। ग्लोबल इनवेस्टर्स इंडिया को उम्मीद भरी नजरों से देख रहे हैं। मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गईं पीएलआई जैसी स्कीम के अच्छे नतीजे दिख रहे हैं। दूसरी तिमाही की जीडीपी ग्रोथ में सबसे ज्यादा योगदान मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का रहा। जीएसटी कलेक्शन लगातार बढ़ रहा है। फाइल किए गए इनकम टैक्स रिटर्न की कुल संख्या एसेसमेंट ईयर 2023-24 में 6.77 करोड़ पहुंच गई।
सरकार के पास हैं ये चुनौतियां
सरकार पर इकोनॉमी की ग्रोथ तेज बनाए रखने का चैलेंज है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट में इनवेस्टमेंट बढ़ाने के उपाय करेंगी। इस साल चुनावों को देखते हुए सरकार इनकम टैक्सपेयर्स, महिलाओं, किसानों, युवाओं के लिए खास स्कीमों का ऐलान कर सकती है। सरकार का राजकोषीय घाटा इस वित्त वर्ष में तय लक्ष्य के मुताबिक रहने की उम्मीद है। सरकार अगले वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटे में और कमी लाने के उपाय करेगी। साथ ही रोजगार के मौके बढ़ाने के उपायों पर भी सरकार का फोकस रहेगा।