वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के जुलाई के तीसरे हफ्ते में यूनियन बजट पेश करने की उम्मीद है। यह फाइनेंशियल ईयर 2024-25 का फुल बजट होगा। इसके साथ ही सीतारमण सबसे ज्यादा बार बजट पेश करने वाली फाइनेंस मिनिस्टर बन जाएंगी। उनके नाम 7 सात बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड जुड़ जाएगा। अभी सबसे ज्यादा 6 बार यूनियन बजट पेश करने का रिकॉर्ड पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के नाम है।
बजट में सरकार की इनकम और खर्च का हिसाबकिताब
सवाल है कि इस बार बजट (Budget 2024) जुलाई में क्यों पेश हो रहा है? यूनियन बजट सरकार के 1 अप्रैल से लेकर 31 मार्च तक इनकम और खर्च का हिसाबकिताब होता है। इसमें सरकार बताती है कि साल के दौरान उसे कुल कितने पैसे अलग-अलग स्रोतों से मिलेंगे। वह बताती है वह कुल कितने पैसे खर्च करेगी। इनकम खर्च से कम रहने पर सरकार को यह बताना पड़ता है कि वह इस फर्क को पाटने के लिए कुल कितना कर्ज लेगी। इसे मार्केट बॉरोइंग (Market Borrowing) कहा जाता है।
लोकसभा चुनाव वाले साल में दो बार पेश होता है बजट
आम तौर पर सरकार हर साल 1 फरवरी को यूनियन बजट पेश करती है। लेकिन, लोकसभा चुनाव वाले साल में दो बार बजट पेश होता है। लोकसभा चुनावों के नतीजों से पहले सरकार 1 फरवरी को अंतरिम बजट पेश करती है। फिर, चुनावों के नतीजे आने के बाद जो नई सरकार बनती है वह फुल बजट पेश करती है। इससे पहले 2014 और 2019 में लोकसभा चुनाव हुए थे। तब साल में दो बजट सरकार ने पेश किए थे।
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जुलाई के तीसरे हफ्ते में पेश होगा यूनियन बजट
एक हफ्ते पहले संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजुजू ने 18वीं लोकसभा के सत्र की पहली कार्यवाही के बारे में बताया था। सदन की कार्यवाही 24 जून को शुरू हो गई है। यह 3 जुलाई तक चलेगी। इस दौरान नई लोकसभा से सदस्यों को शपथी दिलाई जाती है। यह प्रक्रिया 24 जून और 25 जून को पूरी हो गई है। 26 जून को लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव हो गया है। माना जा रहा है कि लोकसभा का मानसून सत्र 22 जुलाई को शुरू होगा। यह 9 अगस्त तक चलेगा। सत्र के पहले दिन यानी 22 जुलाई को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी। हालांकि, अभी इस बारे में सरकार की तरफ से औपचारिक ऐलान नहीं किया गया है।