Union Budget 2023 : कर राजस्व में नरमी, राजस्व खर्च की ऊंची प्रतिबद्धता और बाजार कर्जों के कारण इस यूनियन बजट के लोकलुभावन होने की संभावनाएं खासी कमजोर हो गई हैं। एमके ग्लोबल (Emkay Global) फाइनेंशियल सर्विसेज ने एक रिपोर्ट में यह संभावना जाहिर की है। न्यूज एजेंसी आईएएनएस की एक रिपोर्ट मुताबिक, राजस्व की बात करें तो कर में कम ग्रोथ की भरपाई आंशिक रूप से आरबीआई से मिले डिविडेंड (RBI dividend) और डिसइनवेस्टमेंट से हुई प्राप्तियों से की जा सकती है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को यूनियन बजट पेश करने जा रही हैं।
एमके ग्लोबल ने अपनी रिपोर्ट में कहा, “हम कैपिटल गेन टैक्स (capital gains tax) के स्ट्रक्चर और नए पर्सनल टैक्स रीजीम में संभावित बदलाव, नई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स के लिए 15 फीसदी कंसेशनल टैक्स रेट के विस्तार और पीएलआई से संबंधित प्रोडक्ट्स ऊंचे इम्पोर्ट टैरिफ की उम्मीद कर रहे हैं।”
रेवेन्यू के मोर्चे पर, ग्रॉस टैक्स/ जीडीपी रेश्यो सभी सेगमेंट में वित्त वर्ष 23 में टैक्स में अच्छी बढ़ोतरी के चलते 10.9 फीसदी तक मध्यम रहने की उम्मीद है।
सभी एसेट क्लास के साथ हो समान व्यवहार
रिपोर्ट में कहा गया कि विभिन्न एसेट क्लास के टैक्स रेट्स/ होल्डिंग पीरियड्स में समानता लाने के लिए कैपिटल गेन टैक्स स्ट्रक्चर में संभावित बदलावों की उम्मीद करेंगे। इसके अलावा ऊंचे गैर कर राजस्व के चलते आरबीआई की तरफ से बंपर डिविडेंड जारी किया जाएगा।
आगामी यूनियन बजट के लिए शुरुआती ग्रोथ रिकवरी को बढ़ावा देने और चुनौतीपूर्ण कर्ज के साथ राजकोषीय स्थिति पर दबाव के बीच गंभीर नीतिगत उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ रहा है।
कुछ सेगमेंट के लिए जरूरी है सपोर्ट
रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 24 का यूनियन बजट (Union Budget) ग्लोबल और घरेलू ग्रोथ को लेकर बढ़ती अनिश्चितता, वित्तीय दिक्कतों और 2024 में होने वाले आम चुनाव के चलते उम्मीदों के बीच पेश किया जा रहा है।
हालांकि, इकोनॉमी के कुछ कमजोर सेगमेंट के लिए अतिरिक्त सपोर्ट जरूरी है। हालांकि, राजकोषीय स्थिति और ग्रोथ की संभावनाओं के बीच संतुलन कायम करते हुए ऐसा करना होगा।