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Budget 2024 : फर्टिलाइजर सब्सिडी खर्च 1.88 लाख करोड़ के पार नहीं जाएगा

Budget 2024 : यूनियन बजट 2023 में फर्टिलाइजर सब्सिडी के लिए 1.75 लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया गया था। संसद के बजट सत्र में अतिरिक्त 13,350 करोड़ रुपये का आवंटन फॉस्फेटिक एंड पोटेशिक (P&K) फर्टिलाइजर के लिए किया गया था। पहले यह अनुमान लगाया गया था कि इस वित्त वर्ष के दौरान फर्टिलाइजर सब्सिडी खर्च 2 लाख करोड़ रुपये को पार कर जाएगा

अपडेटेड Jan 08, 2024 पर 5:55 PM
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Budget 2024 : वित्त वर्ष 2022-23 में फर्टिलाइजर सब्सिडी 2.25 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया था। इसकी वजह इसकी कीमतों में आई तेजी थी। रूस-यूक्रेन की लड़ाई का असर फर्टिलाइजर की सप्लाई पर पड़ा था। इससे इसकी कीमतें बढ़ गई थीं।

Budget 2024 : इस वित्त वर्ष में फर्टिलाइजर सब्सिडी पर खर्च 1.88 लाख करोड़ रुपये रहने की उम्मीद है। इसलिए सरकार को ससंद के बजट सत्र में ग्रांट्स के सप्लमेंटरी डिमांड के जरिए आवंटन बढ़ाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। एक सरकारी अधिकारी ने इस बारे में बताया। यूनियन बजट 2023 में फर्टिलाइजर सब्सिडी के लिए 1.75 लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया गया था। संसद के बजट सत्र में अतिरिक्त 13,350 करोड़ रुपये का आवंटन फॉस्फेटिक एंड पोटेशिक (P&K) फर्टिलाइजर के लिए किया गया था। पहले यह अनुमान लगाया गया था कि इस वित्त वर्ष के दौरान फर्टिलाइजर सब्सिडी खर्च 2 लाख करोड़ रुपये को पार कर जाएगा। लेकिन, फर्टिलाइजर सब्सिडी नहीं बढ़ने की उम्मीद सरकार के लिए अच्छी खबर है। वित्तमंत्री Nirmala Sitharaman 1 फरवरी, 2024 को यूनियन बजट (Union Budget 2024) में अगले वित्त वर्ष के फर्टिलाइजर सब्सिडी का ऐलान करेंगी।

ग्रांट के लिए सप्लिमेंटरी डिमांड की जरूरत नहीं

सरकारी अधिकारी ने मनीकंट्रोल को बताया, "रबी सीजन से पहले फर्टिलाइजर्स के इंटरनेशनल प्राइसेज बहुत गिर गए हैं। इसलिए बजट सत्र में फर्टिलाइजर सब्सिडी के ग्रांट के लिए सप्लिमेंटरी डिमांड की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसलिए इस वित्त वर्ष के दौरान फर्टिलाइजर सब्मिडी 1.88 लाख करोड़ रुपये तक रह सकता है।" इस साल P&K फर्टिलाइजर के लिए कुल सब्सिडी 60,000 करोड़ रुपये और यूरिया इंपोर्ट के लिए 30,000 करोड़ रुपये है।


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फर्टिलाइजर की अंतरराष्ट्रीय घटने से मिली राहत

सरकार ने नैनो यूरिया का इस्तेमाल बढ़ाने पर फोकस बढ़ाया है। इससे भी फायदा हुआ है। फाइनेंस मिनिस्ट्री ने फर्टिलाइजर्स की इंटरनेशनल कीमतों में गिरावट को देखते हुए फर्टिलाइजर सब्सिडी का फिर से अनुमान लगाया गया है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक फाइनेंस एंड पॉलिसी (NIPFP) के इकोनॉमिस्ट ए श्री हरि नायडू ने कहा कि फर्टिलाइजर सब्सिडी के लिए 1.75 लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया गया था। पहले सब्सिडी पर होने वाला खर्च इससे ज्यादा रहने की उम्मीद लग रही थी। लेकिन, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतें घटने से सब्सिडी खर्च बढ़ने की उम्मीद नहीं है।

2022 में अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ गई थी कीमतें

वित्त वर्ष 2022-23 में फर्टिलाइजर सब्सिडी 2.25 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया था। इसकी वजह इसकी कीमतों में आई तेजी थी। रूस-यूक्रेन की लड़ाई का असर फर्टिलाइजर की सप्लाई पर पड़ा था। इससे इसकी कीमतें बढ़ गई थीं। अक्टूबर 2023 में यूरिया की कीमत गिऱकर 360 डॉलर प्रति टन पर आ गई, जो 2022 में 600 डॉलर प्रति टन तक पहुंच गई थी।

MoneyControl News

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First Published: Jan 08, 2024 5:50 PM

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