Union Budget 2024 : रेटिंग एजेंसी इक्रा (ICRA) ने फिस्कल डेफिसिट का टारगेट 5.3 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। वित्तमंत्री Nirmala Sitharaman 1 फरवरी को यूनियन बजट 2024 (Union Budget 2024) पेश करेंगी। यह अंतरिम बजट होगा। वह अगले वित्त वर्ष के लिए फिस्कल डेफिसिट के टारगेट का ऐलान करेंगी। इक्रा ने कहा है कि अगले वित्त वर्ष के लिए सरकार फिस्कल डेफिसिट के टारगेट में कमी कर सकती है। उसने विनिवेश का टारगेट भी 50,000 करोड़ रुपये से कम रहने का अनुमान जताया है। इस साल अप्रैल-मई में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। चुनावों के बाद पूर्ण बजट केंद्र की नई सरकार पेश करेगी। इसके जुलाई में आने की उम्मीद है। चुनाव वाले साल में सरकार अंतरिम बजट पेश करती है।
बजट 2024 : इस वित्त वर्ष में टारगेट 5.9 फीसदी
1 फरवरी, 2023 को पेश बजट में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने फिस्कल डेफिसिट का 5.9 फीसदी टारगेट तय किया था। एक्सपर्ट्स का कहना है कि सरकार का फिस्कल डेफिसिट इस टारगेट के अंदर रहने की उम्मीद है। इस वित्त वर्ष में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन और जीएसटी कलेक्शन बजट अनुमान से क्रमश: 1 लाख करोड़ रुपये और 10,000 करोड़ रुपये ज्यादा रहने की उम्मीद है। इक्रा ने अंतरिम बजट से अनुमान को लेकर अपनी रिपोर्ट जारी की है। उसने कहा है कि केंद्र सरकार के पूंजीगत खर्च के 10 लाख करोड़ रुपये के बजट अनुमान से करीब 75,000 करोड़ रुपये ज्यादा रहने की उम्मीद है। यह साल दर साल आधार पर पूंजीगत खर्च में 26 फीसदी वृद्धि है।
बजट 2024 : विनिवेश का टारगेट 50,000 करोड़ से कम रह सकता है
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि साल 2024 की शुरुआत में सरकार के पूंजीगत खर्च में कमी आ सकती है और इससे जुड़े प्रोजेक्ट्स पर काम सुस्त हो सकता है। इसकी वजह अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनाव हैं। विनिवेश के टारगेट के बारे में रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि सरकार के लिए अगले वित्त वर्ष के लिए 50,000 करोड़ रुपये से कम का टारगेट तय करना सही रहेगा। ज्यादा टारगेट तय करने से उसके हासिल नहीं होने की स्थिति में बजट का गणित गड़बड़ा सकता है। इस वित्त वर्ष के लिए सरकार के फिस्कल डेफिसिट का 51,000 करोड़ रुये का टारगेट तय किया था। लेकिन, अब तक सरकार विनिवेश से करीब 10,000 करोड़ रुपये ही जुटा सकी है।