Union Budget 2024: मार्केट्स को अंतरिम बजट से क्या-क्या उम्मीदें हैं?

मार्केट्स का मानना है कि मैन्युफैक्चरिंग पर फोकस बढ़ाने के अच्छे नतीजे देखने को मिले हैं। दूसरी तिमाही की जीडीपी ग्रोथ में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का योगदान सबसे ज्यादा रहा। इसलिए सरकार को मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने पर फोकस बनाए रखना चाहिए। सरकार इसके लिए पीएलआई स्कीम का दायरा बढ़ा सकती है। इस स्कीम के तहत नए सेक्टर को लाने के उपाय किए जा सकते हैं

अपडेटेड Dec 13, 2023 पर 1:54 PM
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पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजों का मार्केट ने स्वागत किया है। चुनावों के नतीजें 3 दिसंबर को आए। तीन राज्यों में भाजपा की जीत हुई है। इसे अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के नतीजों का संकेत माना जा रहा है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने 7 दिसंबर को यह साफ कर दिया कि 1 फरवरी, 2024 को पेश होने वाले बजट में कोई बड़ा ऐलान नहीं होगा। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ वोट-ऑन-अकाउंट होगा। वोट-ऑन-अकाउंट का मतलब ऐसे प्रस्ताव से है जिसके जरिए सरकार आगे के खर्च के लिए संसद की मंजूरी पहले हासिल कर लेती है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि बड़े ऐलान के लिए पूर्ण बजट तक का इंतजार करना होगा। उन्होंने पूर्ण बजट के जुलाई में आने का अनुमान जताया।

लोकसभा चुनाव वाले साल में सरकार अंतरिम बजट पेश करती है। अंतिम बार 2019 में लोकसभा चुनाव हुए थे। उस साल केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने 1 फरवरी, 2019 को अंतरिम बजट पेश किया था। चुनावों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दोबारा सरकार बनने पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 5 जुलाई, 2019 को पूर्ण बजट पेश किया था।

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पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजों का मार्केट ने स्वागत किया है। चुनावों के नतीजें 3 दिसंबर को आए। तीन राज्यों में भाजपा की जीत हुई है। इसे अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के नतीजों का संकेत माना जा रहा है। इसलिए शेयर बाजार में 4 दिसंबर को जबर्दस्त तेजी देखने को मिली। स्टॉक मार्केट्स के प्रमुख सूचकांक नई ऊंचाई पर पहुंच गए। मार्केट का मानना है कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों में एनडीए की जीत हो सकती है। ऐसा होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार सरकार बनाएंगे। इससे इकोनॉमिक रिफॉर्म्स पर सरकार का फोकस जारी रहेगी। सरकार इंडियन इकोनॉमी की दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनाने पर फोकस करेगी।


मार्केट्स का मानना है कि मैन्युफैक्चरिंग पर फोकस बढ़ाने के अच्छे नतीजे देखने को मिले हैं। दूसरी तिमाही की जीडीपी ग्रोथ में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का योगदान सबसे ज्यादा रहा। इसलिए सरकार को मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने पर फोकस बनाए रखना चाहिए। सरकार इसके लिए पीएलआई स्कीम का दायरा बढ़ा सकती है। इस स्कीम के तहत नए सेक्टर को लाने के उपाय किए जा सकते हैं। सरकार को डिफेंस इक्विपमेंट के देश में ही उत्पादन पर फोकस बनाए रखने की पॉलिसी जारी ररखने की जरूरत है। इससे एक तरफ विदेशी इक्विपमेंट के आयात पर निर्भरता कम होगी तो दूसरी तरफ रोजगार के मौके बढ़ाने में मदद मिलेगी।

MoneyControl News

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First Published: Dec 07, 2023 4:48 PM

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