वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने 7 दिसंबर को यह साफ कर दिया कि 1 फरवरी, 2024 को पेश होने वाले बजट में कोई बड़ा ऐलान नहीं होगा। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ वोट-ऑन-अकाउंट होगा। वोट-ऑन-अकाउंट का मतलब ऐसे प्रस्ताव से है जिसके जरिए सरकार आगे के खर्च के लिए संसद की मंजूरी पहले हासिल कर लेती है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि बड़े ऐलान के लिए पूर्ण बजट तक का इंतजार करना होगा। उन्होंने पूर्ण बजट के जुलाई में आने का अनुमान जताया।
लोकसभा चुनाव वाले साल में सरकार अंतरिम बजट पेश करती है। अंतिम बार 2019 में लोकसभा चुनाव हुए थे। उस साल केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने 1 फरवरी, 2019 को अंतरिम बजट पेश किया था। चुनावों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दोबारा सरकार बनने पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 5 जुलाई, 2019 को पूर्ण बजट पेश किया था।
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मार्केट्स का मानना है कि मैन्युफैक्चरिंग पर फोकस बढ़ाने के अच्छे नतीजे देखने को मिले हैं। दूसरी तिमाही की जीडीपी ग्रोथ में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का योगदान सबसे ज्यादा रहा। इसलिए सरकार को मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने पर फोकस बनाए रखना चाहिए। सरकार इसके लिए पीएलआई स्कीम का दायरा बढ़ा सकती है। इस स्कीम के तहत नए सेक्टर को लाने के उपाय किए जा सकते हैं। सरकार को डिफेंस इक्विपमेंट के देश में ही उत्पादन पर फोकस बनाए रखने की पॉलिसी जारी ररखने की जरूरत है। इससे एक तरफ विदेशी इक्विपमेंट के आयात पर निर्भरता कम होगी तो दूसरी तरफ रोजगार के मौके बढ़ाने में मदद मिलेगी।