चीन (china) के स्मार्टफोन मार्केट (Smartphone Market) में आया उछाल अब थमता दिख रहा है। दुनिया के बाकी देशों के अलावा चीन में भी चाइनीज स्मार्टफोन कंपनियों की मांग में तेज गिरावट दर्ज की गई है। हालिया आंकड़ों के मुताबिक, जून तिमाही (अप्रैल-जून 2022) में चीन के स्मार्टफोन शिपमेंट्स में 14.7 फीसदी की गिरावट आई है।
यह लगातार 5वीं तिमाही है, जब चीन के स्मार्टफोन शिपमेंट्स में गिरावट दर्ज की गई है। एनालिस्ट्स का मानना है कि चीन के बाजार इस समय गहरे संकट में है और उसे कई स्तर पर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि चीन के बाजार के लिए संभावनाएं कमजोर होती जा रही हैं।
इससे पहले ब्लूमबर्ग ने कुछ दिनों पहले जारी एक रिपोर्ट में बताया था कि भारत सरकार 12,000 से कम कीमत वाले मोबाइल सेगमेंट में चीन की स्मार्टफोन कंपनियों को प्रतिबंधित करने पर विचार कर रही है। भारत सरकार इसके जरिए देशी स्मार्टफोन कंपनियों को बढ़ावा देना चाहती है। सरकार के इस कदम से भारत में चाइनीज कंपनियों का मार्केट शेयर घट सकता है।
हाल के महीनों में भारत सरकार ने चीन की कई स्मार्टफोन कंपनियों के खिलाफ टैक्स चोरी के मामले में जांच भी शुरू की है। इन स्मार्टफोन कंपनियों पर अपनी सब्सिडियरी के जरिए पैसों का हेरफेर करने और मुनाफे को बिना टैक्स चुकाए चीन में अपनी पैरेंट कंपनी को ट्रांसफर करने का आरोप है।
भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन मार्केट है और जल्द ही यह पहले स्थान पर आ सकता है। हालांकि इस दुनिया के दूसरे सबसे बड़े स्मार्टफोन बाजार पर जिन कंपनियों का दबदबा है, उनमें अधिकतर चीन की मोबाइल कंपनियां हैं। शाओमी (Xiaomi) और ओपो (Oppo) जैसी चाइनीज कंपनियां जबसे किफायती एंड्रायड डिवाइस के साथ भारतीय मार्केट में उतरी, उसके बाद से ही धीरे-धीरे भारतीय मोबाइल कंपनियां मार्केट से गायब होने लगीं।
अमेरिकी रिसर्च फर्म IDC के मुताबिक, जून तिमाही में चीन का स्मार्टफोन शिपमेंट्स 14.7 फीसदी घटकर 6.72 करोड़ यूनिट्स रहा। शाओमी, वीवो और ओपो सहित चीन की सभी बड़ी स्मार्टफोन कंपनियों की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई है।