Coal India : दुनिया की सबसे बड़ी कोल माइनिंग कंपनी कोल इंडिया (CIL) के कोल प्रोडक्शन में अप्रैल में 7.7 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इसके साथ ही पिछले महीने कोल प्रोडक्शन 5.76 करोड़ टन पर पहुंच गया। देश में बढ़ती गर्मी को देखते हुए बिजली की मांग में भी खासा इजाफा हुआ है। इसके चलते कोल प्रोडक्शन में भी तेजी देखने को मिल रही है। आज के कारोबार में कोल इंडिया के शेयरों में 1.35 फीसदी की बढ़त देखी गई है। यह स्टॉक NSE पर 236.25 रुपये के भाव पर बंद हुआ है।
कोल इंडिया ने मंगलवार को बयान में कहा कि अप्रैल में कंपनी के ‘ओवरबर्डन रिमूवल’ (OBR) में एक साल पहले के इसी महीने की तुलना में 31 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। कोयला खानों से कोयला निकालने में जब मिट्टी और पत्थर की परतें हटाने की जरूरत पड़ती है, तो इसे ओबीआर कहा जाता है। ओबीआर की लागत काफी ऊंची बैठती है। कंपनी ने कहा कि इससे उसे आगामी मानसून के महीनों में उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलेगी।
नॉन-रेगुलेटेड सेक्टर को 44 फीसदी बढ़ा सप्लाई
कंपनी ने सालाना आधार पर नॉन-रेगुलेटेड सेक्टर (NRS) को सप्लाई में 44 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है। गर्मियों में बिजली की मांग रिकॉर्ड हाई पर पहुंचने की संभावना के बीच कोल इंडिया अपना प्रोडक्शन और सप्लाई बढ़ा रही है।
कोयले के जरिये होता है 70 फीसदी बिजली उत्पादन
सरकार ने पहले ही कोल पावर प्लांट्स को अपनी पूरी कैपिसिटी के साथ काम करने का निर्देश दे चुकी है। देश में 70 फीसदी बिजली उत्पादन कोयले के जरिये होता है। आंकड़ों के अनुसार, कोल इंडिया का उत्पादन अप्रैल में 7.7 फीसदी बढ़कर 5.76 करोड़ टन रहा है। अप्रैल 2022 में कंपनी ने 5.35 करोड़ टन कोयले का उत्पादन किया था। कंपनी ने कहा कि ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ECL) को छोड़कर उसकी सभी सब्सिडियरी ने अप्रैल में अपना सबसे ऊंचा उत्पादन दर्ज किया है।