यूरोप के सबसे बड़े बैंकों में से एक, क्रेडिट सुइस (Credit Suisse) पिछले कुछ समय से चुनौतियों का सामना कर रहा है। बैंक के शेयरों की कीमत पिछले 3 महीने में करीब एक तिहाई घट चुकी है। इस बीच बैंक के सबसे बड़े शेयरहोल्डर ने इसमें और निवेश डालने से इनकार कर दिया है, जिसके बाद बैंक के शेयरों में बिकवाली और तेज हो गई है। स्विट्जरलैंड मुख्यालय वाले Credit Suisse की सबसे बड़ी शेयरहोल्डर 'सऊदी नेशनल बैंक' है। इसके पास बैंक का 9.9 फीसदी शेयर है।
सऊदी नेशनल बैंक के चेयरमैन अम्मार-अल खुदैरी ने बुधवार को ब्लूमबर्ग को दिए एक इंटरव्यू में कहा, "हमारा जवाब स्पष्ट रूप से ना है। इसके पीछे कई कारण है। सबसे बडा कारण यह है कि इससे अतिरिक्त नियामकीय और वैधानिक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।"
खुदैरी से पूछा गया था कि अगर क्रेडिट सुइस अतिरिक्त नकदी जुटाने की कोशिश करता है, तो क्या सऊदी नेशनल बैंक उसमें और निवेश करने के लिए तैयार है?
इस बीच स्विस स्टॉक एक्सचेंज पर क्रेडिट सुइस का शेयर बुधवार को 25% लुढ़क गया। पिछले 5 दिनों में बैंक का शेयर 40% तक गिर चुका है।
166 साल पुराने क्रेडिट सुइस की गिनती दुनिया के सबसे बड़े बैंकों में एक होती है। यह UBS AG के बाद स्विट्जरलैंड का दूसरा सबसे बड़ा बैंक है। एक्सपर्ट्स अभी तक अमेरिका के सिलिकॉन बैली बैंक और सिग्नेचर बैंक के डूबने का अंतरराष्ट्रीय वित्तीय बाजार पर सीमित असर पड़ने की संभावना जता रहे हैं।
हालांकि अगर क्रेडिट सुइस दिवालिया होता है या डूबता है, तो इसका व्यापक असर देखने को मिल सकता है। कुछ एक्सपर्ट्स तो 2008 के ग्लोबल आर्थिक संकट जैसे हालात के दोहराव का जोखिम भी बता रहे हैं।
हालांकि क्रेडिट सुइस बैंक के सीईओ उलरिच कोर्नर ने मंगलवार को दावा किया था कि बैंक की वित्तीय स्थिति अच्छी है, उसका बैलेंस शीट मजबूत है और उसके डूबने की आशंका नहीं है।