Crypto News: रुस और यूक्रेन की लड़ाई के झटके से अभी तक दुनिया उबर नहीं पा रही है। अब इसकी आंच क्रिप्टो मार्केट पर और तगड़े पहुंचने वाली है। ताजा झटका इसे यूरोप में बिटक्वाइन माइनर्स के लिए बचे आखिरी सबसे बड़े गढ़ स्वीडन से मिला है। क्रिप्टो से जुड़ी एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक स्वीडन ने जुलाई से डेटा सेंटर्स को मिलने वाले टैक्स इनसेंटिव्स को रद्द करने का फैसला किया है। स्वीडन ने यह फैसला एनर्जी की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर लिया है। एनर्जी की कीमतों में यह बढ़ोतरी रूस और यूक्रेन के बीच जारी लड़ाई के चलते हो रही है। इसके चलते बिटक्वाइन माइनर्स को अब दूसरा रास्ता निकालना होगा। करीब छह साल पहले वर्ष 2017 में स्वीडन ने कारोबारियों को आकर्षित करने के लिए डेटा सेंटर्स के टैक्स में 98 फीसदी की कटौती की थी।
BitCoin के लिए गढ़ कैसे बना स्वीडन-नॉर्वे
नॉर्वे और स्वीडन यूरोप के उत्तरी हिस्से में हैं। रुस और यूक्रेन के बीच लड़ाई के दौरान जब यूरोप में एनर्जी प्राइसेज को लेकर हाहाकार मचने लगा तो भी यहां से क्रिप्टो इंडस्ट्री चलाना मुनाफे का सौदा था। यहां पर डेटा सेंटर्स के लिए बढ़िया माहौल है- ठंडा और सस्ते में हाइड्रोइलेक्ट्रिसिटी की उपलब्धता।
एनर्जी की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते यूरोप के कई हिस्सों में बिटक्वाइन की माइनिंग बंद हो गई थी। अब जब इस साल इसकी कीमतें स्थिर होने लगी हैं तो स्वीडन में टैक्स को लेकर अहम फैसले के चलते यहां नए निवेश पर असर पड़ेगा। अभी यहां करीब 150 मेगावॉट्स की माइनिंग होती है। स्वीडन सरकार ने टैक्स को 0.006 स्वीडिश क्रोना से 5733 फीसदी बढ़ाकर 0.36 स्वीडिश क्रोना प्रति किलोवॉट घंटा (kWh) करने का ऐलान किया है।
टैक्स में बढ़ोतरी के चलते स्वीडन में बिटक्वाइन की माइनिंग में मुनाफा कम हो सकता है। स्वीडन में एक साइट चलाने वाले Enerhash के सीईओ Daniel Jogg के मुताबिक कई माइनर्स कहीं और शिफ्ट होने की योजना बना रहे हैं। नए टैक्स सिस्टम के तहत कंपनियों को कुछ महीनों के लिए एडवांस में जेना होगा जिससे क्रिप्टो इंडस्ट्री को कठिन समय में पैसों की दिक्कत हो सकती है। माइनिंग कंसल्टिंग फर्म क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग ग्रुप के को-फाउंडर Denis Rusinovich के मुताबिक कुछ माइनर्स अन्य मशीनों को होस्ट करने की बजाय खुद से माइनिंग पर फोकस कर सकते हैं। वहीं नए टैक्स सिस्टम से बचाव का तरीका भी खोजने की शुरुआत हो गई है।
माइनिंग सर्विसेज देने वाली MicroBT Whatsminer M30s के सीनियर एनालिस्ट Jaran Mellerud के मुताबिक डेटा सेंटर्स से निकलने वाली हीट को दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है ताकि हीट प्रोड्यूसर्स के तौर पर टैक्स देना हो। उनका कहना है कि इसे बिटक्वाइन माइनिंग पर हमले के तौर पर देखा जा सकता है क्योंकि पिछले साल यूरोपीय यूनियन मं स्वीडन के फाइनेंस मिनिस्ट्री ने बिटक्वाइन पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव दिया था।