Crypto Crash: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी पर स्टॉक मार्केट ही नहीं, क्रिप्टो मार्केट में भी कोहराम मचा हुआ है। पिछले साल नवंबर में डोनाल्ड ट्रंप की राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद से जो रैली शुरू हुई थी, उसके बाद से पहली बार मार्केट कैप के हिसाब से दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो बिटकॉइन (BitCoin) 80 हजार डॉलर के नीचे आया है। कॉइनमार्केटकैप पर मौजूद डिटेल्स के मुताबिक फिलहाल यह 7.76 फीसदी की गिरावट के साथ 79,224.51 डॉलर के भाव पर है। इंट्रा-डे में यह 79,092.05 डॉलर तक गिर गया था। इसके रिकॉर्ड हाई लेवल की बात करें तो पिछले महीने 20 जनवरी 2025 को यह 1,09,114.88 डॉलर की ऊंचाई तक पहुंचा था और जिस दिन ट्रंप को चुनाव में जीत हासिल हुई थी, उस दिन पहली बार 76000 डॉलर के पार गया था।
क्यों आई Crypto Market में भारी गिरावट?
राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार-प्रसार के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने क्रिप्टो रिजर्व और क्रिप्टो से जुड़े नियमों में ढील देने का वादा किया था। राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के कुछ ही दिन पहले अपना मेमेकॉइन $Trump लॉन्च किया था। इन सबने मिलकर बिटकॉइन को रिकॉर्ड हाई पर पहुंचा दिया था। हालांकि अब वैश्विक स्तर पर बढ़ती अनिश्चितता और ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी ने निवेशकों का मूड बिगाड़ दिया है और वे क्रिप्टोकरेंसी जैसे रिस्की बेट की बजाय सुरक्षित एसेट की तरफ भाग रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में यह तय किया कि मैक्सिको और कनाडा पर 4 मार्च से ही 25 फीसदी का टैरिफ लग जाएगा और चीन पर 10 फीसदी की अतिरिक्त ड्यूटी लगेगी तो मार्केट में घबराहट बढ़ी।
Bitcoin ही नहीं, Ethereum की भी चमक फीकी
बिटकॉइन एक हफ्ते में 19 फीसदी से अधिक कमजोर हुआ है। सिर्फ इसी में नहीं बल्कि मार्केट कैप के हिसाब से दूसरे सबसे बड़े क्रिप्टो एथेरियम में भी काफी दबाव है। फिलहाल यह 9.86 फीसदी की गिरावट के साथ 2,116.97 डॉलर के भाव पर है। एक हफ्ते में यह 23 फीसदी टूटा है। मार्केट कैप के हिसाब से टॉप-10 का कोई भी क्रिप्टो भी आज हरा नहीं है और इनमें 12 फीसदी तक की गिरावट आई है।