BitCoin News: अमेरिका में एक बार फिर डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने पर बिटक्वॉइन की चमक लगातार बढ़ती जा रही है। एक दिन पहले मार्केट कैप के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी ने पहली बार 75 हजार डॉलर का लेवल पार किया था और अब आज इसने 76 हजार डॉलर का लेवल पार किया है। बिटक्वॉइन के भाव करीब 11 फीसदी उछलकर 76,460.15 डॉलर के भाव पर पहुंच गए। अमेरिका की बात करें तो राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप ने डेमोक्रेटिक कमाल हैरिस को मात दी है और दूसरी बार राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं। अमेरिका में अधिकतम दो बार ही राष्ट्रपति बना जा सकता है।
Donald Trump के आने से क्यों बढ़ी BitCoin की चमक?
चुनाव प्रचार के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने वादा किया था कि वह अमेरिका को दुनिया की क्रिप्टो राजधानी बनाएंगे, एक रणनीतिक बिटकॉइन भंडार बनाएंगे और ऐसे नियामकों को नियुक्त करेंगे जो डिजिटल एसेट्स को पसंद करते हों। दूसरी तरफ कमला हैरिस ने क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए एक नियामकीय ढांचे को समर्थन देने का वादा किया था जबकि उन्ही की पार्टी के जो बिडेन की सरकार में सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने कई कार्रवाइयों के जरिए क्रिप्टो पर शिकंजा कसा था। ओहियो में रिपब्लिकन कार डील और ब्लॉकचेन आंत्रप्रेन्योर बर्नी मोरेनो ने क्रिप्टो इंडस्ट्री के लंबे समय से आलोचक सीनेट बैंकिंग चेयरमैन शेरोड ब्राउन को हराया।
Crypto Industry का क्या कहना है?
बिटवाइज एसेट मैनेजमेंट इंक के मुख्य निवेश अधिकारी मैथ्यू हौगन का कहना है कि क्रिप्टो उद्योग यह महसूस कर रहा है कि वर्षों से वह एक हाथ बांधकर काम कर रहा था, और अब उसे लग रहा है कि यह स्थिति समाप्त हो सकती है। अब निवेशक क्रिप्टो में अगले कुछ वर्षों के लिए अपनी स्थिति बनाने की शुरुआत कर रहे हैं। डिजिटल एसेट कंपनियां अक्सर शिकायत करती थीं कि राष्ट्रपति जो बिडेन के अधिकारियों ने उभरते क्रिप्टो मार्केट के लिए एक स्पष्ट कानूनी ढांचा नहीं तैयार किया। हालांकि मार्केट मेकिंग फर्म Auros के हॉन्ग कॉन्ग एमडी Le Shi का कहना है कि ट्रंप के विश्वसनीयता की पहली परीक्षा यह होगी कि वह अपने पहले दिन में एसईसी के चेयरपर्सन गेंसलर को निकालने के अपने वादे को निभाते हैं या नहीं। गेंसलर को क्रिप्टो का आलोचक माना जाता है और उन्होंने इस इंडस्ट्री पर काफी सख्ती बरती भी है।