माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर (Twitter) अब नीली चिड़िया की बजाय डॉगी से पहचाना जाएगा। एलॉन मस्क (Elon Musk) के इस फैसले के बाद क्रिप्टोकरेंसी डोजक्वॉइन (Dogecoin) के भाव आज 30 फीसदी से अधिक ऊपर चढ़ गए। मस्क ने जिस डॉगी को ट्विटर का लोगो बनाया है, वह डोजक्वॉइन का चिन्ह है। हालांकि अभी ट्विटर के मोबाइल ऐप के लोगो में कोई बदलाव नहीं हुआ है यानी कि यह अभी भी नीली चिड़िया के नाम पर है। क्वाइनमार्केटकैप की वेबसाइट पर मौजूद डिटेल्स के मुताबिक एक डॉजकॉइन अभी 0.09527 डॉलर (खबर लिखे जाने के समय) के भाव पर है। तेजी के बाद अब इसमें सुस्ती दिख रही है और पिछले एक घंटे में यह करीब डेढ़ फीसदी कमजोर हुआ है।
Dogecoin के सपोर्ट के चलते Elon Musk झेल रहे मुकदमा
एलॉन मस्क को डोजक्वॉन का समर्थक माना जाता रहा है। इस क्रिप्टोकरेंसी के सपोर्ट के लिए उन पर पिरामिड स्कीम चलाने का आरोप लगा है और इस मामले में 25.8 हजार करोड़ डॉलर का मुकदमा चल रहा है। मस्क ने इसी एक अप्रैल को इस मुकदमे को खारिज करने की मांग की है। मस्क ने 'डोजक्वॉइन रूल्ज (Dogecoin Rulz)' और 'नो हाईज, नो लोज, ओनली डोज (no highs, no lows, only Doge)' जैसे ट्वीट किए थे। इसे डोजक्वॉइन को मस्क का सपोर्ट माना गया और इसे लेकर निवेशकों ने मस्क पर केस कर दिया क्योंकि इस दौरान इस क्रिप्टोकरेंसी के भाव 36 हजार फीसदी से ऊपर चढ़ गए और फिर क्रैश हो गए।
मस्क के वकील का क्या है दावा और निवेशकों की क्या है आपत्ति
मैनहट्टन फेडरल कोर्ट में मस्क के वकील ने कहा कि वकीलों का कहना है कि निवेशकों ने कभी इसका खुलासा नहीं किया कि मस्क ने कैसे उनके साथ धोखाधड़ी की या उन्होंने कौन से खतरों के बारे में उनसे छुपाया। मस्क के वकीलों का कहना है कि 1000 करोड़ डॉलर से अधिक मार्केट वाली किसी लेजिटमेट क्रिप्टोकरेंसी की मजेदार तस्वीर या शब्दों से ट्वीट करना कानूनी रूप से गलत नहीं है। ऐसे में उन्होंने कोर्ट से अपील की है कि शिकायत को खारिज कर देना चाहिए।
मस्क के वकीलों ने डोजक्वॉइन को सिक्योरिटी के तौर पर निवेशकों के दावे को खारिज कर दिया है। निवेशकों ने मस्क पर आरोप लगाया है कि उन्होंने जान-बूझकर डोजक्वॉन की कीमतों को दो साल में ही 36 हजार फीसदी से अधिक बढ़ा दिया और फिर इसे क्रैश हो जाने दिया।