भारतीय अर्थव्यवस्था का मूडीज ने भी माना लोहा! 2024 के लिए GDP ग्रोथ रेट बढ़ाकर 6.8% किया

ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज (Moody's) ने साल 2024 के लिए भारत के जीडीपी ग्रोथ रेट (GDP Growth Rate) अनुमान को बढ़ाकर 6.8 प्रतिशत कर दिया है। इससे पहले रेटिंग एजेंसी ने 2024 में भारतीय इकोनॉमी के 6.1 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान लगाया था। साल 2023 में भारत के आर्थिक आंकड़े उम्मीद से कहीं बेहतर रहे हैं, जिसकी वजह से मूडीज ने GDP ग्रोथ रेट का अनुमान बढ़ाया है

अपडेटेड Mar 04, 2024 पर 1:16 PM
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मूडीज ने कहा कि 2025 में भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट के 6.4% रहने का अनुमान है

ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज (Moody's) ने साल 2024 के लिए भारत के जीडीपी ग्रोथ रेट (GDP Growth Rate) अनुमान को बढ़ाकर 6.8 प्रतिशत कर दिया है। इससे पहले रेटिंग एजेंसी ने 2024 में भारतीय इकोनॉमी के 6.1 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान लगाया था। साल 2023 में भारत के आर्थिक आंकड़े उम्मीद से कहीं बेहतर रहे हैं, जिसकी वजह से मूडीज ने GDP ग्रोथ रेट का अनुमान बढ़ाया है। साल 2023 की दिसंबर तिमाही में भारत का वास्तविक जीडीपी (ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट) ग्रोथ रेट सालाना आधार पर 8.4 प्रतिशत रहा है। वहीं पूरे साल 2023 में भारतीय इकोनॉमी 7.7 प्रतिशत की दर से बढ़ी।

मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने सोमवार को कहा कि सरकार के कैपिटल एक्सपेंडिचप और मैन्युफैक्चरिंग सेकक्ट में मजूबत गतिविधियों के चलते 2023 में GDP के मोर्चे पर अच्छे नतीजे आए। रेटिंग एजेंसी का मानना है कि ग्लोबल स्तर पर चुनौतीपूर्ण स्थितियां अब कम रह गई हैं, जिसकी वजह से भारत आसानी से 6 से 7 प्रतिशत की ग्रोथ रेट को हासिल कर सकता है।

मूडीज ने अपने ग्लोबल मैक्रो आउटलुक-2024 में कहा, "भारत की इकोनॉमी ने अच्छा प्रदर्शन किया है और 2023 में उम्मीद से अधिक मजबूत आंकड़ों के कारण हमने 2024 के लिए उसके GDP ग्रोथ रेट अनुमान को 6.1 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.8 प्रतिशत कर दिया है। भारत G-20 देशों में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना रहेगा।"


मूडीज ने कहा कि 2025 में भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट के 6.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है। रेटिंग एजेंसी ने कहा कि सितंबर और दिसंबर तिमाही की मजबूत रफ्तार 2024 की मार्च तिमाही में भी जारी रहने का अनुमान है।

मूडीज ने कहा, "जीएसटी कलेक्शन में बढ़ोतरी, वाहनों की बढ़ती बिक्री, कंज्यूमर्स का भरोसा और लोन ग्रोथ के दोहरे अंकों में रहने से पता चलता है कि शहरी मांग मजबूत बनी हुई है। सप्लाई के मोर्चे पर बात करें तो मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस PMI का विस्तार ठोस आर्थिक रफ्तार का सबूत है।"

केंद्र सरकार ने इस साल के अंतरिम बजट में कैपिटल एक्सपेंडितर के लिए 11.1 लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया था, जो वित्त वर्ष 2025 के अनुमानित GDP के 3.4 प्रतिशत के बराबर है। वहीं यह 2023-24 के अनुमान से 16.9 प्रतिशत अधिक है।

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