सस्ती हवाई सेवाएं मुहैया कराने वाली गो फर्स्ट (Go First) की उड़ाने पिछले कुछ दिनों से बंद हैं। हालांकि अब सूत्रों के मुताबिक इसके विमान एक बार फिर 24 मई को आसमान में दिख सकते हैं। जानकारी के मुताबिक दिक्कतों से जूझ रहे विमानन कंपनी ने 23 विमानों के साथ उड़ानें फिर से शुरू करने के लिए कारोबारी योजना तैयार की है। हालांकि अभी यह पहले के शेड्यूल से कम उड़ानें ही आयोजित करेगी। दिल्ली के मुख्य एयरपोर्ट से इसके पास 51 डिपार्चर स्लॉट्स यानी उड़ानों का स्लॉट्स और मुंबई के मुख्य एयरपोर्ट से 37 स्लॉट्स हैं लेकिन एक मीडिया रिपोर्ट के दावे के मुताबिक 24 मई को जब यह अपनी सर्विसेज फिर से शुरू करेगी तो इसके शेड्यूल में कटौती होगी। इसका मतलब है कि उड़ानें शुरू होने के बाद टिकटों की मारामारी हो सकती है क्योंकि शेड्यूल और विमानों की संख्या कम होगी।
बुकिंग के लिए मंजूरी लेने की तैयारी
विमानन कंपनी ने उड़ानों को फिर से शुरू करने के लिए सरकार से अपनी योजना पर बातचीत कर रही है। आज 11 मई को एक बैठक के बाद यह अथॉरिटीज के पास बुकिंग फिर से शुरू करने की मंजूरी हासिल करने के लिए पहुंचेगी। गो फर्स्ट ने विमान नियामक डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) के पास दाखिल करने के लिए एक रिजम्प्शन प्लान भी तैयार किया है। इस प्लान में कितने विमान शुरू किए जाएंगे और कहां के लिए टिकटों की बुकिंग करनी है, इसकी डिटेल्स है।
Go First को NCLT से मिली है बड़ी राहत
अमेरिकी कंपनी प्रैट एंड व्हिटनी से इंजन नहीं मिलने के चलते गो फर्स्ट की विमान सर्विसेज प्रभावित हुई और इसे उड़ानों के साथ-साथ बुकिंग तक बंद करनी पड़ गई। गो फर्स्ट ने वालंटरी इनसॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन प्रोसेस के लिए एनसीएलटी में याचिका दायर किया था और 10 मई को एनसीएलटी ने इस याचिका को मंजूर भी कर लिया। एनसीएलटी ने कंपनी के बोर्ड और मैनेजमेंट को सस्पेंड कर दिया है। मौजूदा मैनेजमेंट को Alvarez & Marsal के रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल से रिप्लेस किया जाएगा।
उसके पहले मैनेजमेंट ने फ्लाइट्स फिर शुरू करने के लिए एक बैठक शेड्यूल किया। एनसीएलटी ने गो फर्स्ट को यह राहत मिली कि लीज देने वाले ड्यू के लिए दबाव नहीं डाल सकते, विमानों की लीज खत्म नहीं होगी और गो फर्स्ट के स्लॉट्स एयरपोर्ट खत्म नहीं कर सकते। लीज देने वाले ने 46 विमानों का रजिस्ट्रेशन खत्म करने के लिए रिक्वेस्ट किया था और अब यह खारिज हो गया।