Crypto News: देश का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज वजीरएक्स (WazirX) हैकर्स के हमले से जूझ रहा है। 23 करोड़ डॉलर के साइबर अटैक से प्रभावित ग्राहकों की मदद के लिए वजीरएक्स ने अपने पूर्व पार्टनर बाईनेंस (Binance) से मदद मांगी है। मनीकंट्रोल को यह जानकारी सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है। सूत्रों ने बताया कि बाईनेंस के पास वजीरएक्स के रेवेन्यू और इसके WRX टोकन के एक सरप्लस पर नियंत्रण है। जिस दिन हैकर्स ने हमला किया था यानी कि 18 जुलाई को बाईनेंस के पास 8 करोड़ डॉलर के WRX टोकन थे। इसी के चलते ही जिन ग्राहकों के एसेट्स चोरी हुए थे, उनके कुछ हिस्से को वापस करने के लिए वजीरएक्स अपने ही फंड का इस्तेमाल नहीं कर पा रही है।।
WazirX के फंड का कंट्रोल कैसे पहुंचा Binance के पास?
वजीरएक्स ने मई 2023 में एक ब्लॉग पोस्ट में खुलासा किया था कि WRX टोकन को बाईनेंस कंट्रोल करता है। WRX का आईईओ (इनीशियल एक्सचेंज ऑफरिंग) बाईनेंस ने शुरू किया था और 20 लाख डॉलर के जो 1,08,401 बीएनबी टोकन मिले थे, वह बाईनेंस को मिले। वॉलेट्स होल्डिंग लॉक्ड है और जो WRX टोकन जारी होता है, उस पर बाईनेंस का कंट्रोल है। हालांकि देश के सबसे बड़े क्रिप्टोएक्सचेंज वजीरएक्स पर दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज बाईनेंस का कोई कंट्रोल नहीं है।
यह तब सामने आया था, जब अगस्त 2022 में ईडी ने वजीरएक्स के 64.67 करोड़ रुपये के बैंक एसेट्स को फ्रीज कर दिया था। ईडी ने यह कार्रवाई ने लोन ऐप्स के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग और फर्जीवाड़े से जुड़े मामले में यह कार्रवाई की थी। इसके बाद बाईनेंस के सीईओ चांगपेंग झाओ ने X (उस समय Twitter) पर लिखा था कि उनकी कंपनी की वजीरएक्स में कोई इक्विटी होल्डिंग नहीं है और न ही इसके कारोबार पर कोई नियंत्रण है। इसने निवेशकों को चौंका दिया क्योंकि 21 नवंबर, 2019 को बाईनेंस ने जो ब्लॉग डाला था, उसमें यह था कि वजीरएक्स को बाईनेंस ने खरीद लिया है।
हैकिंग के करीब 10 दिन बीत चुके हैं। वजीरएक्स अभी भी चोरी के असर को कम करने और प्लेटफॉर्म को फिर से शुरू करने की कोशिश कर रहा है। वजीरएक्स पर अभी अस्थायी तौर पर निकासी और ट्रेडिंग पर रोक लगी हुई है। देश के करीब 33 फीसदी क्रिप्टो यूजर्स का खाता वजीरएक्स में है और उनका करीब 45 फीसदी एसेट्स हैकर्स के हमले में गायब हो गया है। वजीरएक्स अब 55/45 हल पेश कर रही है जिसके तहत ग्राहकों को उनके पोर्टफोलियो का करीब 55 फीसदी ही एक्सेस करने को मिलेगा और बाकी 45 फीसदी एसेट्स स्टेबलक्वॉइन (USDT) में बदलकर लॉक कर दिया जाएगा।
यह नियम सभी ग्राहकों पर लागू होगा, चाहे उनके कितने भी एसेट्स चोरी हुए हों या उनके पोर्टफोलियो में कितने भी प्रकार के टोकन हों। एक और विकल्प वजीरएक्स ने घाटा बांटने का रखा है। इन दोनों विकल्पों पर 3 अगस्त तक वोटिंग होगी। हालांकि यूजर्स इसे अनुचित कह रहे हैं क्योंकि 45 फीसदी टोकन को स्टेबलक्वॉअन में बदलने से उनके ओवरऑल क्रिप्टो पोर्टफोलियो की वैल्यू नीचे चली जाएगी।