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HDFC-HDFC Bank Merger: Deepak Parekh ने कहा, RBI ने हमें HDFC-HDFC Bank merger के लिए प्रोत्साहित किया

RBI बड़ी एनबीएफसी के लिए नियमों को सख्त बना रहा है। उनके लिए भी भी बैंकों जैसे सख्त रेगुलेशंस बनाए जा रहे हैं। एनबीएफसी के लिए मौजूदा नियमों की कमियां दूर की जा रही हैं

Curated By: Rakesh Ranjanअपडेटेड Nov 05, 2022 पर 10:34 AM
HDFC-HDFC Bank Merger: Deepak Parekh ने कहा, RBI ने हमें HDFC-HDFC Bank merger के लिए प्रोत्साहित किया
Deepak Parekh ने इस हफ्ते की शुरुआत में कोलकाता में एक कार्यक्रम में कहा था कि हमें पता था कि RBI बड़ी एनबीएफसी के लिए सख्त गाइडलाइंस पेश करने जा रहा है।

HDFC-HDFC Bank Merger: HDFC के चेयरमैन दीपक पारेख (Deepak Parekh) ने एचडीएफसी बैंक में एचडीएफसी के विलय को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि RBI ने हमें इस विलय के लिए प्रोत्साहित किया। दरअसल, HDFC अभी एक नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) है। NBFC के रेगुलेशन के लिए RBI के नियम दिन ब दिन सख्त हो रहे हैं। एचडीएफसी होम लोन देने वाली देश की सबस बड़ी कंपनी है।

पारेख ने इस हफ्ते की शुरुआत में कोलकाता में एक कार्यक्रम में कहा था, "हमें पता था कि RBI बड़ी एनबीएफसी के लिए सख्त गाइडलाइंस पेश करने जा रहा है। पिछले 3 से 4 साल में करीब आधा दर्जन बड़ी कंपनियां डूब चुकी हैं। उन्होंने (RBI) ने हमें प्रोत्साहित किया कि अगर हम विलय करते हैं तो अच्छा रहेगा।" उन्होंने कहा कि हमें एनबीएफसी होने के चलते कई नुकसान हो रहा था। दूसरी तरफ हमें बैंकों को मिलने वाले फायदे भी नहीं मिल रहे थे।

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केंद्रीय बैंक बड़ी एनबीएफसी के लिए नियमों को सख्त बना रहा है। उनके लिए भी भी बैंकों जैसे सख्त रेगुलेशंस बनाए जा रहे हैं। एनबीएफसी के लिए मौजूदा नियमों की कमियां दूर की जा रही हैं। 2018 में Infrastructure Leasing & Financial Services (IL&FS) के डूबने के बाद एनबीएफसी सेक्टर को बड़ा झटका लगा था। उसके भी रिलायंस कैपिटल, दीवान हाउसिंग फाइनेंस और SREI जैसी कंपनियां दिवालिया हो चुकी हैं। इसे देखते हुए आरबीआई ने एनबीएफसी के लिए नियमों को सख्त बनाने का फैसला किया है।

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