HP India मई में अपने लैपटॉप, PC और ऑल-इन-वन सिस्टम की भारत में मैन्युफैक्चरिंग शुरू करेगी। कंपनी ऐसा डिक्सन टेक्नोलोजिज के साथ अपनी साझेदारी के माध्यम से करने वाली है। HP के इंडिया मार्केट की सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और मैनेजिंग डायरेक्टर इप्सिता दासगुप्ता के अनुसार, कंपनी का लक्ष्य पिछले साल की तुलना में अपनी उत्पादन क्षमता को लगभग दोगुना करना है। दासगुप्ता ने मनीकंट्रोल को दिए एक इंटरव्यू में कहा, "लक्ष्य पिछले साल बिना PLI के हमने जो कैपेसिटी हासिल की थी, उससे लगभग दोगुनी कैपेसिटी करना है।"
HP 17,000 करोड़ रुपये की आईटी हार्डवेयर PLI स्कीम के तहत 27 लाभार्थियों में से एक है। इस स्कीम को 2023 में पेश किया गया था। लैपटॉप, पीसी और टैबलेट के लिए इंपोर्ट मैनेजमेंट सिस्टम से जुड़ी संभावित चिंताओं के बारे में पूछे जाने पर दासगुप्ता ने कहा कि HP भारत में अपने ऑपरेशंस को लेकर आश्वस्त है। कंपनी जानती है कि भारत में उपभोक्ताओं को उसकी मौजूदगी से फायदा मिलता है।
HP भारत में बढ़ाना चाहती है मैन्युफैक्चरिंग
दासगुप्ता के मुताबिक, "हम भारत में और अधिक मैन्युफैक्चरिंग करना चाहते हैं और भागीदारी करना चाहते हैं। हमें पूरा विश्वास है कि सरकार ऐसा सुनिश्चित करने में हमारी मदद करेगी। इसलिए मुझे इस बात की चिंता नहीं है कि हमें वह नहीं मिलेगा, जिसकी हमें अपने कारोबार के आकार को बढ़ाने के लिए जरूरत है।"
क्या एचपी भारत को अपनी चीन+1 डायवर्सिफिकेशन स्ट्रैटेजी का हिस्सा मानती है? इस सवाल पर दासगुप्ता ने कहा, "भारत के लिए हमारी वही स्ट्रैटेजी है, जो टैरिफ स्थिति से पहले थी। ग्लोबल वैल्यू सप्लाई चेन का हिस्सा बनने के भारत के लक्ष्य पर उसके साथ साझेदारी करना चाहते हैं। इसलिए हम भारत में अपने मैन्युफैक्चरिंग प्रतिशत को साल-दर-साल लगातार बढ़ाएंगे।"
दासगुप्ता ने यह भी कहा कि HP के मैन्युफैक्चरिंग रोडमैप में लोकल लेवल पर वैल्यू एडिशन बढ़ाने पर फोकस करना शामिल है। उन्होंने इस पर कुछ नहीं कहा कि क्या कंपनी हाल ही में घोषित 23,000 करोड़ रुपये की कंपोनेंट PLI स्कीम के तहत आवेदन करेगी। दासगुप्ता ने एचपी के बिजनेस सेगमेंट्स में मांग के रुझानों पर भी बात की। उन्होंने कहा, "हमने कारोबार के कमर्शियल साइड में मजबूत वृद्धि देखी है... और अब हम कंज्यूमर साइड में भी तेजी देख रहे हैं।"