इनकम टैक्स विभाग ने चीन की टेलीकॉम कंपनी हुवावे (Huawai) की टैक्स चोरी पकड़ी है। इस मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया कि कंपनी अपने बहीखातों में हेराफरी करके टैक्स चोरी की है। CBDT ने एक बयान जारी करके बताया है कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने 15 फरवरी को एक टेलीकॉम कंपनी के दफ्तर पर छापेमारी की थी। कंपनी के ऑफिस के अलावा बड़े अधिकारियों के घरों पर भी छापा मारा गया था। CBDT ने बताया था कि यह कंपनी टेलीकॉम प्रोडक्ट्स के डिस्ट्रीब्यूशन के साथ कैप्टिव सॉफ्टवेयर डिवलपमेंट सर्विसेज मुहैया कराती है। बाद में सूत्रों ने इस कंपनी का पहचान हुवावे (Huawai)के तौर पर की थी।
CBDT का आरोप है कि कंपनी ने अपने खातों में हेराफेरी की ताकि भारत में टैक्स कम देना पड़े। कंपनी ने वारंटी की प्रोविजनिंग, संदेहास्पद लोन और एडवांस के तौर पर अपना फंड दिखा दिया था ताकि टैक्सेबल इनकम कम हो। कंपनी ने इस तरह 350 करोड़ रुपए से ज्यादा की चोरी की है।
CBDT ने यह भी कहा कि जांच के दौरान कंपनी कोई ठोस सबूत नहीं दिखा पाई जिससे उसका दावा सही माना जा सके। हालांकि इस मामले में Huawai को भेजे गए सवालों का कोई जवाब नहीं आया है।
आयकर विभाग की छापेमारी के दौरान कंपनी ने कहा था कि वह भारतीय कानूनों का पूरी तरह पालन करती है। कंपनी ने कहा कि वह सरकारी विभाग से संपर्क करेगी और इस मामले में पूरा सहयोग देगी।
CBDT ने कंपनी के खिलाफ कई आरोप लगाए हैं। इनमें भारत के बाहर रिलेटेड पार्टीज से टेक्निकल सर्विसेज के बदले पेमेंट को बढ़ाचढ़ाकर दिखाया गया है।
भारत सरकार ने 5G सर्विसेज के ट्रायल से चाइनीज कंपनी हुवावे (Huawai) को बाहर रखा है। हालांकि भारतीय कंपनियों को हुवावे और ZTE जैसी चाइनीज कंपनियों से टेलीकॉम गीयर खरीदने की अनुमति है। लेकिन अगर कोई भारतीय कंपनी इनके साथ कोई बिजनेस डील करती है तो उससे पहले सरकार की मंजूरी लेनी होगी।