Indian Bank ने गोल्ड लोन पोर्टफोलियो पर फोकस बढ़ाया है। उसने इस साल के अंत तक इसमें 20 फीसदी ग्रोथ का टारगेट रखा है। बैंक के एमडी और सीईओ शांति लाल जैन ने मनीकंट्रोल से बातचीत में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अभी बैंक का गोल्ड लोन पोर्टफोलियो 64,000 करोड़ रुपये का है। यह बैंक के कुल लोन पोर्टफोलियो का 15 फीसदी है। हम इस साल के अंत तक इस पोर्टफोलियो में 18-20 फीसदी ग्रोथ चाहते हैं। उन्होंने कहा कि बैंक एयरलाइंस इंडस्ट्री को लोन देने के लिए तैयार है। लेकिन, बेहतर मौका दिखने पर ही हम यह लोन देंगे। उन्होंने इंडियन बैंक का ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट (GNPA) 2024 की शुरुआत में 5 फीसदी से कम रहने की उम्मीद जताई।
स्लिपेज के मुकाबले रिकवरी ज्यादा
जून तिमाही में Indian Bank के राइट-ऑफ के बारे में जैन ने कहा कि इस दौरान 2,000 करोड़ रुपये का राइट-ऑफ किया गया है। लेकिन, हमारी रिकवरी स्लिपेज के मुकाबले ज्यादा है। जब स्लिपेज के मुकाबले रिकवरी ज्यादा होती है तो आपका ग्रॉस और नेट एनपीए घटता है। 2018 से चेयरमैन का पद खाली होने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि चेयरमैन का अप्वाइंटमेंट सरकार करती है। हमारे बोर्ड में इंडिपेंडेंट और फुल-टाइम डायरेक्टर्स मौजूद हैं। बैंक की कई कमेटी में इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स शामिल हैं। बैंक की रिस्क मैनेजमेंट कमेटी का प्रमुख एक इंडिपेंडेंट डायरेक्टर है। आईटी स्ट्रेटेजी कमेटी का हेड भी एक इंडिपेंडेंट डायरेक्टर है। इस तरह रोजाना के कामकाज में हमें किसी तरह की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ता है।
अच्छे मौके आने पर एयरलाइंस कंपनी को भी लोन
एयरलाइंस कंपनियों के लोन देने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि एयरलाइंस कंपनियों को हमारा एक्सपोजर कम है। हमने स्पाइसजेट को लोन दिया है। लेकिन, अमाउंट ज्यादा नहीं है। जहां तक एयरलाइंस कंपनियों को लोने देने का सवाल है तो हम कंपनी को देखकर इस बारे में फैसला लेंगे। एविएशन सेक्टर में काफी मौके हैं। उन्होंने कहा कि पैसेंजर ट्रैफिक बढ़ रहा है। एयलाइंस से ज्यादा स्कोप एयरपोर्ट्स में है। यहां तक कि हैंडलिंग सिस्टम्स भी कई मौके हैं। इसलिए जब कभी हमारे पास अच्छे मौके आएंगे, हम उसके बारे में खुले विचार से फैसला करेंगे।
इलाहाबाद बैंक के विलय से रेवेन्यू बढ़ा है
इलाहाबाद बैंक के इंडियन बैंक में विलय के अनुभव के बारे में जैन ने कहा कि यह सफल रहा है। हमारा रेवेन्यू बढ़ा है। ऐसा इसलिए हुआ है कि हम मिलकर काम कर रहे हैं और नए कस्टमर्स बना रहे हैं। इलाहाबाद बैंक और इंडियन बैंक दोनों देश के दो छोर पर हैं। इसलिए इस विलय से हमें पूरे देश में अपनी मौजूदगी बनाने में मदद मिली है। उन्होंने कहा कि इंडियन बैंक अगले चरण में RBI के CBDC पायलट प्रोजेक्ट का हिस्सा बनेगा। हम इस बारे में टेक्नोलॉजी पार्टनर्स से बात कर रहे हैं। इस बारे में दोबारा विचार करने का कोई सवाल नहीं है।