देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो (IndiGo) को ऑपरेट करने वाली इंटरग्लोब एविएशन (InterGlobe Aviation) अब नए एयरलाइन कंपनियों में निवेश करेगी। कंपनी के बोर्ड ने इसकी मंजूरी दे दी है। जानकारी के मुताबिक इंडिगो की पैरेंट कंपनी के बोर्ड ने एक वेंचर कैपिटल फर्म बनाने की मंजूरी दी है जिसका फोकस एविएशन सेक्टर की नई-नवेली कंपनियों में निवेश पर होगा। इसके अलावा यह ट्रैवल एंड लाइफस्टाईल, हॉस्पिटैलिटी और ट्रांसपोर्टेशन जैसे सेक्टर की कंपनियों में भी पैसे लगाएगी।एक्सचेंज फाइलिंग में दी गई जानकारी के मुताबिक बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने 30 करोड़ रुपये की शुरुआती पूंजी से प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनाने की मंजूरी दी है।
8237 करोड़ रुपये की कॉरपोरेट गारंटी को मंजूरी
कंपनी ने एक्सचेंजों को जो जानकारी भेजी है, उसके मुताबिक यह निवेश गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी के स्पेशल इकनॉमिक जोन में सेटअप किया जाएगा। इसके अलावा बोर्ड ने 99.6 करोड़ डॉलर यानी 8237 करोड़ रुपये के कॉरपोरेट गारंटी जारी करने को भी मंजूरी दी है। इस गारंटी का इस्तेमाल कंपनी के पूर्ण मालिकाना हक वाली सब्सिडियरी की देनदारियों को सुरक्षित करने में होगा।
पिछले महीने ही हो गया था ऐलान
एयरलाइन कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) गौरव नेगी ने पिछले महीने 2 अगस्त को एक सब्सिडियरी बनाने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि ट्रैवल से जुड़े कारोबार के लिए वेंचर कैपिटल शुरू होगी और इसके लिए रेगुलेटरी अप्रूवल की मंजूरी को आवेदन कर दिया गया है। उन्होंने कहा था कि कंपनी एविएशन, कंज्यूमर और इससे जुड़े सेक्टर जैसे कि ट्रैवल और लाइफस्टाईल, हॉस्पिटैलिटी और ट्रांसपोर्टेशन में काम करने वाले स्टार्टअप में निवेश के लिए 7 करोड़ रुपये की पूंजी से एक वेंचर कैपिटल शुरू करने पर विचार किया जा रहा है। जून तिमाही के आंकड़ों के मुताबिक इंडिगो के पास 15691 करोड़ रुपये का फ्री कैश है जो मार्च तिमाही की तुलना में 89 फीसदी अधिक है।