Apple Share Price: आईफोन (iPhone) और मैकबुक (Macbook) बनाने वाली दिग्गज कंपनी एपल (Apple) ने अहम माइलस्टोन छुआ है। यह 3 ट्रिलियन यानी 3 लाख करोड़ डॉलर (246.29 लाख करोड़ रुपये) के मार्केट कैप वाली दुनिया की पहली कंपनी बन गई है। शुक्रवार को एपल के शेयर 2.3 फीसदी की बढ़त के साथ 193.97 डॉलर (15924.21 रुपये) के भाव पर बंद हुए और इसकी मार्केट वैल्यू बढ़कर 3.04 ट्रिलियन डॉलर (249.57 लाख करोड़ रुपये) हो गई। इस हफ्ते इसके शेयर करीब 4 फीसदी मजबूत हुए हैं और इस साल 55 फीसदी से अधिक ऊपर चढ़ चुका है।
एपल के बाद माइक्रोसॉफ्ट का मार्केट कैप 2.5 लाख करोड़ डॉलर (205.24 लाख करोड़ रुपये) और सऊदी अरामको का 2.08 लाख करोड़ डॉलर (170.76 लाख करोड़ रुपये) है। गूगल की पैरैंट कंपनी अल्फाबेट, एमेजॉन और एनवीडिया का मार्केट कैप 1 लाख करोड़ डॉलर से ऊपर है।
Apple ने इससे पहले इंट्रा-डे में हासिल की थी यह उपलब्धि
एपल इससे पहले भी 3 ट्रिलियन के मार्केट कैप के लेवल को क्रॉस कर चुकी थी, लेकिन इंट्रा-डे में ही। इससे पहले 2 जनवरी 2022 को इंट्रा-डे में जब 182.86 रुपये के भाव पर पहुंची थी तो इसने 3 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप के लेवल को छू दिया था। अब एपल के ट्रिलियन क्लब जर्नी की बात करें तो 2 अगस्त 2018 को इंट्रा-डे में इसने 1 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप के लेवल को पार किया था और ऐसा कारनामा करने वाली यह पहली कंपनी थी। इसके बाद दो दास में में ही 19 अगस्त 2020 को इसने 2 ट्रिलियन यानी 2 लाख करोड़ डॉलर के लेवल को भी पार कर दिया।
किस बात से एपल को मिला सपोर्ट
इस साल की शुरुआत में सुस्त कारोबार और बढ़ती ब्याज दरों के चलते टेक सेक्टर को झटका लगा था और इसके चलते एपल का मार्केट कैप भी 2 ट्रिलियन डॉलर से नीचे आ गया था। हालांकि पिछले महीने कंपनी ने जब अधिक कीमत वाला हेडसेट विजन प्रो (Vision Pro) को पेश किया तो शेयरों की खरीदारी तेज हो गई। विजन प्रो वर्चुअल रियल्टी से जुड़ा गैजेट है।
कितना बड़ा है मार्केट कैप का आंकड़ा
अब एपल 3 लाख करोड़ डॉलर के मार्केट कैप वाली कंपनी हो गई है और यह कितनी बड़ी उपलब्धि है, इसका आंकड़ा इसले लगा सकते हैं कि पिछले साल औसतन सेल प्राइस के हिसाब से इतने पैसों में अमेरिका में 90 लाख घर खरीदे जा सकते हैं। भारत की बात करें तो यहां के 140.76 करोड़ लोगों में से हर एक को करीब 1.75 लाख रुपये मिल सकते हैं, अगर एपल के मार्केट कैप के बराबर पैसों को सभी भारतीयों को बराबर-बराबर बांटा जाए।