Jio Financial Services : जियो फाइनेंशियल सर्विसेज की वर्तमान में बॉन्ड जारी करके या किसी अन्य तरीके से फंड जुटाने की कोई योजना नहीं है। रिलायंस इंडस्ट्रीज से अलग होकर बनी कंपनी ने आज 21 नवंबर को रेगुलेटरी फाइलिंग में यह जानकारी दी। कंपनी ने एक बयान में कहा, "हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि फिलहाल कंपनी की बॉन्ड जारी करके या किसी अन्य तरीके से धन जुटाने की कोई योजना नहीं है। यह खबर अटकलबाजी है।" इसके पहले रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि जियो फाइनेंशियल अपने पहले बॉन्ड इश्यू के लिए मर्चेंट बैंकरों के साथ शुरुआती बातचीत कर रही है।
10,000 करोड़ रुपये जुटाने का था दावा
रिपोर्ट में चार सोर्स का हवाला देते हुए कहा गया है कि कंपनी इश्यू के माध्यम से ₹5,000 करोड़ से ₹10,000 करोड़ जुटाने पर विचार कर सकती है। कंपनी इस वित्तीय वर्ष की अंतिम तिमाही में बाजार का लाभ उठा सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जियो फाइनेंशियल मंजूरी और क्रेडिट रेटिंग प्राप्त करने की प्रक्रिया में है।
मुकेश अंबानी की फाइनेंशियल सर्विसेज वेंचर ने बढ़ते बाजार में खुद को फुल सर्विस फाइनेंशियल सर्विसेज फर्म के रूप में स्थापित करने की योजना बनाई है। इसके प्रोडक्ट्स में ऑटो, होम लोन और अन्य शामिल है और इसका मुकाबला बजाज फाइनेंस जैसी कंपनियों के साथ होगा।
कंपनी का नेट प्रॉफिट हुआ डबल
रेवेन्यू में हेल्दी ग्रोथ के कारण कंपनी का नेट प्रॉफिट इस वित्तीय वर्ष (Q2FY24) की दूसरी तिमाही के दौरान Q1FY24 में ₹331.92 करोड़ से दोगुना होकर ₹668 करोड़ हो गया है। अगस्त 2023 में जियो फाइनेंशियल सर्विसेज को BSE पर ₹265 और NSE पर ₹262 पर लिस्ट किया गया था। स्टॉक आज 2.02 फीसदी बढ़कर ₹219.85 पर बंद हुआ। पिछले एक महीने में इस शेयर में 6.41% की तेजी आई है।
(डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल, नेटवर्क18 ग्रुप का हिस्सा है। नेटवर्क18 का नियंत्रण इंडिपेंडेट मीडिया ट्रस्ट करता है, जिसकी एकमात्र लाभार्थी रिलायंस इंडस्ट्रीज है।)