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Rajasthan Royals: बड़े बदलाव की ओर राजस्थान रॉयल्स, मेजोरिटी स्टेक बेचने की तैयारी, द रेन ग्रुप बना ए़डवाइजर

मनीकंट्रोल से बात करते हुए एक सूत्र ने बताया कि, “राजस्थान रॉयल्स में मेजॉरिटी स्टेक खरीदने को लेकर बातचीत चल रही है और यह प्रक्रिया अभी शुरुआती चरण में है। लक्ष्य टीम की वैल्यू को बढ़ाना है। खरीदार की पसंद, लीड इन्वेस्टर, मनोज बडाले और माइनॉरिटी शेयरहोल्डर्स की रणनीति के आधार पर यह भी संभव है कि पूरी फ्रैंचाइजी यानी 100% स्टेक बेच दिया जाए

Edited By: Rajat Kumarअपडेटेड Dec 08, 2025 पर 4:29 PM
Rajasthan Royals: बड़े बदलाव की ओर राजस्थान रॉयल्स, मेजोरिटी स्टेक बेचने की तैयारी, द रेन ग्रुप बना ए़डवाइजर
राजस्थान रॉयल्स के मालिक और ब्रिटिश-इंडियन बिजनमैन मनोज बडाले अब एक बड़ी डील की तैयारी में हैं।

राजस्थान रॉयल्स के मालिक और ब्रिटिश-इंडियन बिजनमैन मनोज बडाले अब एक बड़ी डील की तैयारी में हैं। इंडस्ट्री के कई सूत्रों ने मनीकंट्रोल को बताया कि मनोज बडाले ने मशहूर क्रिकेट फ्रैंचाइजी राजस्थान रॉयल्स में कंट्रोलिंग स्टेक बेचने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बता दें कि मनोज बडाले लंदन स्थित कंपनी इमर्जिंग मीडिया वेंचर्स (Emerging Media Ventures) के प्रमुख हैं और उनकी राजस्थान रॉयल्स में 65 प्रतिशत हिस्सेदारी है। बाकी हिस्सेदारी कुछ माइनॉरिटी इन्वेस्टर्स के पास है, जिनमें अमेरिकी इन्वेस्टमेंट फर्म रेडबर्ड कैपिटल पार्टनर्स (लगभग 15% स्टेक) और फॉक्स कॉर्पोरेशन के लैकलन मर्डोक जैसे निवेशक शामिल हैं।

हो रही बड़ी डील की तैयारी 

मनीकंट्रोल से बात करते हुए एक सूत्र ने बताया कि, “राजस्थान रॉयल्स में मेजॉरिटी स्टेक खरीदने को लेकर बातचीत चल रही है और यह प्रक्रिया अभी शुरुआती चरण में है। लक्ष्य टीम की वैल्यू को बढ़ाना हैखरीदार की पसंद, लीड इन्वेस्टर, मनोज बडाले और माइनॉरिटी शेयरहोल्डर्स की रणनीति के आधार पर यह भी संभव है कि पूरी फ्रैंचाइजी यानी 100% स्टेक बेच दिया जाएअगर सभी पक्ष इसके लिए सहमत हों। अभी तक किसी भी डील की संरचना तय नहीं हुई है, और सभी विकल्प खुले हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि बडाले चाहें तो कंट्रोल छोड़ सकते हैं, लेकिन टीम में कुछ हिस्सा रखकर पूरी तरह बाहर न निकलने का विकल्प भी चुन सकते हैं।

वैल्यूएशन 1 बिलियन डॉलर से अधिक

एक अन्य व्यक्ति ने बताया, “खरीदारों और निवेशकों से शुरुआती बातचीत हो चुकी है। टीम का टारगेट वैल्यूएशन 1 बिलियन डॉलर से अधिक रखा गया है। हालांकि, आगे की बातचीत पर निर्भर करेगा कि अंतिम डील कितनी की होगी और उसका स्ट्रक्चर कैसा होगा।” एक तीसरे सूत्र ने भी बताया कि टीम में ज्यादातर हिस्सेदारी बेचने की योजना पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा, “साल की शुरुआत में गुजरात टाइटन्स की हुई बड़ी डील ने आने वाले IPL सौदों के लिए एक तरह का बेंचमार्क बना दिया है। प्राइवेट इक्विटी फंड्स, बड़े कॉर्पोरेट्स और फैमिली ऑफिसतीनों ही राजस्थान रॉयल्स में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। अगर जरूरत पड़े, तो कई निवेशक मिलकर कंसोर्टियम भी बना सकते हैं।”

फरवरी 2025 में, टोरेंट ग्रुप ने प्राइवेट इक्विटी फर्म CVC कैपिटल पार्टनर्स से गुजरात टाइटन्स की 67% हिस्सेदारी खरीदी थी। इस डील के आधार पर टीम की वैल्यू लगभग 7,500 करोड़ रुपये (833 मिलियन डॉलर) आँकी गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2021 में CVC कैपिटल के टीम में आने और 2025 में बाहर निकलनेदोनों ही समयों पर अडानी ग्रुप को गुजरात टाइटन्स के लिए संभावित खरीदार के रूप में देखा गया था।

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