Price War: चाइनीज कंपनी अलीबाबा (Alibaba) ने क्लाउड कंप्यूटिंग में प्राइस वार की शुरुआत कर दी है। अलीबाबा ने गुरुवार को अपनी 100 से अधिक सर्विसेज की कीमतों में 55 फीसदी तक की कटौती की तो ई-कॉमर्स और क्लाउड सर्विसेज सेक्टर में उसकी मुख्य प्रतिद्वंद्वी जेडीडॉटकॉम (JD.com) भी पीछे नहीं रही। जेडीडॉटकॉम ने भी उसी दिन प्राइस कट कर दिया। हालांकि इसका झटका दोनों के शेयरों पर भी दिखा। अलीबाबा के शेयर करीब 2 फीसदी फिसल गए जबकि जेडी के शेयर में भी हल्की कमजोरी आई। इस प्राइस वार के चलते ग्राहकों को तो फायदा होगा लेकिन चीन की दिग्गज टेक कंपनियों अलीबाबा और जेडी का मुनाफा कम होगा।
Alibaba ने क्यों शुरू किया यह Price War
बढ़ते कॉम्पटीशन और जियोपॉलिटिकल रिस्क के बीच अलीबाबा अपने भारी-भरकम ई-कॉमर्स, लॉजिस्टिक्स और क्लाउड बिजनेस को फिर से ट्रैक पर लाने के लिए एक साल से कड़ी दिक्कतों से जूझ रही है। यह दो साल की नियामकीय जांच और कोरोना के दौरान आर्थिक उथल-पुथल से उबरने की कोशिश कर रही है। इसके लिए यह अपने लंबे-चौड़े कारोबार से जुड़ी नॉन-कोर एसेट्स को अलग कर पूंजी जुटाना चाहती है।
हालांकि क्लाउड पर ज्यादा ही फोकस है क्योंकि एआई डेवलपमेंट के साथ-साथ इसकी भी मांग बढ़ रही है। मांग बढ़ने के बावजूद इसका फायदा अलीबाबा को नहीं मिल पाया और इसने न सिर्फ अपने पुराने प्रतिद्वंद्वियों के हाथों बल्कि नई कंपनियों और हुवाई टेक जैसी कंपनियों के हाथों ग्राहकों को गंवा दिया। ऐसे में अब अलीबाबा ने इस पूरे मार्केट में खलबली मचाने के लिए नई आक्रामक नीति अपना रही है और इसके चलते प्राइस वार शुरू हो गया है। जवाब में जेडी ने भी कहा कि जितनी भी कटौती करनी हो, कर लो, आखिरी तक लड़ा जाएगा।
क्लाउड बिजनेस को अलग करने की योजना भी ठंडे बस्ते में
टेनसेंट होल्डिंग्स, बायडू और जेडीडॉटकॉम से होड़ में अलीबाबा ने क्लाउड बिजनेस में ग्राहकों को अपनी तरफ बुलाने के लिए प्राइस में भारी कटौती की है। इसने प्राइस वार शुरू कर दिया है। इससे पहले अलीबाबा ने अपने क्लाउड बिजनेस को स्वतंत्र कंपनी के रूप में अलग करने का फैसला किया था लेकिन फिर इसने पिछले साल इस फैसले को वापस ले लिया। अलीबाबा के इस कदम ने निवेशकों को चौंका दिया। अब कंपनी का फोकस पब्लिक क्लाउड पर है।