Adani Group Debt: अडानी ग्रुप (Adani Group) की कंपनियों में भारतीय बैंकों के कितने पैसे लगे हुए हैं, केंद्रीय बैंक RBI इसकी जानकारी जुटा रहा है। मनीकंट्रोल को सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक आरबीआई ने अडानी ग्रुप को दिए गए कर्जों की मौजूदा स्थिति मांगी है। कुछ बड़े बैंकों के साथ आरबीआई की बातचीत पहले ही इस मामले को लेकर शुरू हो चुकी है और अब बाकी बैंकों से भी आरबीआई इसे लेकर चर्चा करेगा। बता दें कि अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की रिपोर्ट सामने आने के बाद से अडानी ग्रुप के कंपनियों के शेयर तेजी से फिसल रहे हैं और अडानी एंटरप्राइजेज का 20 हजार करोड़ रुपये का फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) भी कंपनी ने वापस ले लिया है।
Adani Group को 30% कर्ज भारतीय बैंकों से
सीएलएसई की रिपोर्ट के मुताबिक अडानी ग्रुप की कंपनियों का 38 फीसदी कर्ज बैंकों से हासिल हुआ है। बैंक कर्ज में टर्म लोन, वर्किंग कैपिटल और अन्य फैसिलिटीज शामिल हैं। वहीं 37 फीसदी कर्ज बॉन्ड्स/कॉमर्शियल पेपर्स, 11 फीसदी वित्तीय संस्थानों से कर्ज और शेष 12-13 फीसदी इंटर-ग्रुप लेंडिंग यानी ग्रुप के कंपनियों की आपस में कर्ज का लेन-देन शामिल है।
अब अडानी ग्रुप के कंपनियों पर भारतीय बैंकों के दांव की बात करें तो पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank) ने इसे 7 हजार करोड़ रुपये कर्ज दिया हुआ है। वहीं इंडसइंड बैंक ने भी इसे कर्ज दिया है। सीएनबीसी टीवी18 को दिए गए एक इंटरव्यू में अडानी ग्रुप के सीएफओ ने 2 फरवरी को कहा कि ग्रुप के ऊपर 3 हजार करोड़ डॉलर का कर्ज है जिसमें से 400 करोड़ डॉलर नगदी के रूप में रखे हुए हैं। ग्रुप के सीएफओ के मुताबिक 3 हजार करोड़ डॉलर के कर्ज में 900 करोड़ डॉलर का कर्ज अडानी ग्रुप ने भारतीय बैंकों से हासिल किया है।
1 फरवरी को न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने जानकारी दी थी कि बाजार नियामक सेबी अडानी ग्रुप के शेयरों में हालिया गिरावट की जांच कर रहा है। इसके अलावा वह शेयरों की बिक्री में किसी अनियमितताओं की भी जांच कर रहा है। सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने यह जांच ऐसे समय में शुरू की है जब हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट सामने आने के बाद से ग्रुप की सात लिस्टेड कंपनियों में जमकर बिकवाली हो रही है।