Reliance Capital News: कर्ज के बोझ से दबी रिलायंस कैपिटल पर मालिकाना हक किसका होगा, इस पर फैसला अब नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) को करना है। आरबीआई (RBI) की तरफ से नियुक्त एडमिनिस्ट्रेटर ने एनसीएलटी के पास Reliance Capital के लिए इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (IIHL) को सफल बिडर के तौर पर नाम दाखिल कर दिया है। कमेडी ऑफ क्रेडिटर्स यानी कंपनी के कर्जदारों की कमेटी ने हिंदुजा ग्रुप की कंपनी आईआईएचएल के रिजॉल्यूशन प्लान के हक में अपना वोट दिया था। यह देश की तीसरी सबसे बड़ी एनबीएफसी है जिसके खिलाफ आरबीआई ने आईबीसी (इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड) के तहत दिवालिया प्रक्रिया शुरू की है। इससे पहले केंद्रीय बैंक ने एसआरईआई ग्रुप एनबीएफसी और देवन हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन (DHFL) के खिलाफ यह प्रक्रिया शुरू किया था।
Reliance Capital के लिए कितनी बोली लगाई है IIHL ने
रिलायंस कैपिटल के लिए आईआईएचएल की बोली के पक्ष में न सिर्फ कर्जदार बल्कि आरबीआई की तरफ से नियुक्त एडमिनिस्ट्रेटर भी हैं। आईआईएचएल ने रिलायंस कैपिटल के लिए 9661 करोड़ रुपये का कैश ऑफर किया था जो इसके लिए सबसे बड़ी बोली है। हिंदुजा ग्रुप की इस कंपनी ने रिलायंस कैपिटल की नीलामी के दूसरे चरण में 26 अप्रैल को अपनी बोली पेश की थी। एडमिनिस्ट्रेटर ने इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड, 2016 के सेक्शन 30(6) के तहत एनसीएलटी की मुंबई बेंच के पास रिलायंस कैपिटल के लिए सबसे बड़ी बोली लगाने वाले आईआईएचएल का नाम दाखिल किया है। रिलायंस कैपिटल ने इसकी जानकारी रेगुलेटरी फाइलिंग में दी है।
RBI ने पिछले साल फरवरी में मंगाई थी बोली
केंद्रीय बैंक RBI ने करीब दो साल पहले 29 नवंबर 2021 को पेमेंट डिफॉल्ट और गवर्नेंस से जुड़े मामलों को लेकर रिलायंस कैपिटल के बोर्ड को अपने कब्जे में ले लिया था। कंपनी के कॉरपोरेट इनसॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन प्रोसेस (CIRP) के लिए आरबीआई ने नागेश्वर राव वाई को एडमिनिस्ट्रेटर बनाया। इसके बाद आरबीआई ने एनसीएलटी के मुंबई बेंच के पास कंपनी के खिलाफ सीआईआरपी को शुरू करने के लिए आवेदन किया था। पिछले साल फरवरी 2022 में आरबीआई की तरफ से नियुक्त एडमिनिस्ट्रेटर ने रिलायंस कैपिटल की बिक्री के लिए एक्सप्रेशन्स ऑफ इंटेरेस्ट (EoI) मंगाए थे।