How to Evaluate IPO: कौन-सा आईपीओ निवेश लायक है? 11 प्वाइंट्स पर लें फैसला
How to Evaluate IPO: अब खुदरा निवेशकों का भी क्रेज आईपीओ में पैसे लगाकर लिस्टिंग गेन के साथ-साथ लॉन्ग टर्म में मुनाफे को लेकर मजबूत दिख रहा है। हालांकि सबसे अहम सवाल यह उठता है कि किस आईपीओ में पैसे लगाने पर मुनाफा मिल सकता है, यह कैसे तय करें। इसके लिए यहां 11 चेक प्वाइंट्स दिए जा रहे हैं
How to Evaluate IPO: आईपीओ का बाजार काफी गर्म है। बाजार की मौजूदा तेजी के बीच कई कंपनियां अपने आईपीओ लेकर आ रही हैं तो कुछ कंपनियां बाजार नियामक सेबी की मंजूरी की बाट जोह रही हैं।
How to Evaluate IPO: आईपीओ का बाजार काफी गर्म है। बाजार की मौजूदा तेजी के बीच कई कंपनियां अपने आईपीओ लेकर आ रही हैं तो कुछ कंपनियां बाजार नियामक सेबी की मंजूरी की बाट जोह रही हैं। अब खुदरा निवेशकों का भी क्रेज आईपीओ में पैसे लगाकर लिस्टिंग गेन के साथ-साथ लॉन्ग टर्म में मुनाफे को लेकर मजबूत दिख रहा है। हालांकि सबसे अहम सवाल यह उठता है कि किस आईपीओ में पैसे लगाने पर मुनाफा मिल सकता है, यह कैसे तय करें। इसे लेकर कोई पैमाना तो नहीं है लेकिन यहां नीचे कुछ प्वाइंट्स दिए जा रहे हैं जिनके आधार पर आप अच्छे आईपीओ की पहचान कर सकते हैं। हालांकि यह भी ध्यान दें कि ये सभी प्वाइंट्स अलग-अलग नहीं हैं यानी कि सिर्फ एक प्वाइंट्स के आधार पर ही निवेश का फैसला नहीं लेना चाहिए बल्कि सबको मिलाकर फैसला लें।
RHP ध्यान से पढ़ें
कोई कंपनी सेबी के पास जब आईपीओ के लिए फाइल करती है तो यह ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) होता है। सेबी से मंजूरी मिलने के बाद कंपनी आईपीओ के लिए प्राइस बैंड और लॉट साइज फिक्स करती है और इसकी डिटेल्स यह आरएचपी (RHP) में देती है। हालांकि आरएचपी में सिर्फ इतनी ही जानकारी नहीं होती है बल्कि इसमें कंपनी से जुड़ी पूरी डिटेल्स जैसे कि कंपनी क्या करती है, इसनें किन-किन निवेशकों ने पैसे लगाए हैं, इसकी वित्तीय सेहत इत्यादि की पूरी डिटेल्स रहती है। ऐसे में कोई कंपनी कैसी है, इसके बारे में पता लगाने का सबसे पहला जरिया तो यही होता है।
जिस कंपनी के आईपीओ में आप पैसे लगाने चाहते हैं, वह किस कारोबार में है, उसे समझने की कोशिश करें। इससे यह पता चलेगा कि यह जिस कारोबार में है, उसमें आगे ग्रोथ की गुंजाइश है या नहीं। अगर कोई कंपनी किसी ऐसे कारोबार में है जिसकी मांग खास अच्छी नहीं है तो उसके आईपीओ में पैसे लगाने पर मुनाफे की उम्मीद कम या नहीं है।
किस प्रकार के मार्केट में कंपनी है
आईपीओ वाली कंपनी का कारोबार किस बाजार में फैला हुआ है, इसकी भी जानकारी होनी जरुरी है। जैसे कि किसी कंपनी का कारोबार ऐसे मार्केट में है जहां उसके प्रोडक्ट की डिमांड अच्छी नहीं है तो उसके आईपीओ में पैसे लगाने पर मुनाफे के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।
प्रमोटर्स और कंपनी से अहम जुड़े लोगों की डिटेल्स
कंपनी के प्रमोटर्स और इससे जुड़े अहम लोगों की डिटेल्स जरूर चेक करें। अगर कोई कंपनी ऐसी है जिसके प्रमोटर्स या इससे जुड़े अहम लोगों के खिलाफ कोई मुकदमा या उनसे जुड़ा कोई विवाद है तो इससे कंपनी की ग्रोथ पर निगेटिव इफेक्ट पड़ेगा।
कंपनी आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कैसे करेगी, इसे भी चेक कर लें। आमतौर पर अगर कोई कंपनी सिर्फ कर्ज चुकाने के लिए पैसे जुटा रही है और कोई कंपनी विस्तार के लिए भी पैसे जुटा रही है तो जो कंपनी विस्तार के लिए आईपीओ ला रही है, उसे प्रमुखता देनी चाहिए।
नए शेयर जारी होंगे या ऑफर फॉर सेल का इश्यू
आईपीओ के जरिए कंपनी नए शेयर जारी करेगी या इसके मौजूदा प्रमोटर्स और शेयरहोल्डर्स ऑफर फॉर सेल (OFS) विंडो के तहत शेयरों की बिक्री करेंगे, यह चेक कर लें। कोई इश्यू सिर्फ ओएफएस का है तो आमतौर पर बाजार के जानकार इसे निगेटिव मानते हैं क्योंकि इससे यह संकेत जाता है कि इसके प्रमोटर्स और शेयरहोल्डर्स को कंपनी में बने रहने पर आगे अच्छे मुनाफे के आसार कम दिख रहे हैं।
वित्तीय सेहत कैसी है
कंपनी का वित्तीय रिकॉर्ड कैसा रहा है, इसकी पड़ताल कर लें। इसके रेवेन्यू और नेट प्रॉफिट की ग्रोथ कैसी रही है, यह चेक कर लें।
एनालिस्ट्स का क्या है रुझान
आईपीओ को लेकर एनालिस्ट्स का क्या रुझान है, इसे चेक कर लें। एनालिस्ट्स सभी प्वाइंट्स के आधार पर इश्यू को रेटिंग देते हैं। यह चेक कर लें कि एनालिस्ट्स किन प्वाइंट्स के आधार पर आईपीओ में पैसे लगाने की सलाह दे रहे हैं और किन प्वाइंट्स के आधार पर दूर रहने की सलाह दे रहे हैं, सिर्फ लिस्टिंग गेन के लिए निवेश की सलाह दे रहे हैं या लॉन्ग टर्म के लिए पैसे लगाने की सलाह दे रहे हैं; यह चेक कर लें।
वैल्यूएशन
कंपनी का वैल्यूएशन क्या है, इसे जरूर चेक कर लें। इससे अंदाजा लग जाएगा कि आईपीओ महंगा है या सस्ता। अगर यह सस्ते में मिल रहा है तो मुनाफे का चांस ज्यादा रहेगा।
इसका मतलब स्ट्रेंथ, वीकनेस, अपॉर्ट्यूनिटीज और थ्रेट से है यानी कि जिस कंपनी के आईपीओ में पैसे लगाने हैं, उसकी मजबूती क्या है, कमजोरी क्या है, उसके लिए कारोबारी मौके कैसे हैं और उसके कारोबार के लिए क्या निगेटिव है, इसके बारे में पूरी एनालिसिस कर लें।
कितने समय तक के लिए लगाना है पैसा
आईपीओ में पैसे लगाने से पहले यह भी देख लें कि आप कितने समय तक के लिए पैसे लगा सकते हैं। जरूरी नहीं कि किसी कंपनी की लिस्टिंग पर शानदार मुनाफा मिल जाए लेकिन कुछ ही समय में शानदार मुनाफा मिल जाए। ऐसे में जरूरी है कि यह पहले तय कर लें कि कितने समय तक के लिए आप पैसे लगा सकते हैं।