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Byju's के नए एंप्लॉयीज की ज्वाइनिंग खिसकी आगे, कंपनी ने दी यह सफाई

Byju's News: दिग्गज एडुटेक कंपनी बायजूज (Byju's) इस समय भारी दिक्कतों से जूझ रही है। अब इसका असर नए एंप्लॉयीज पर भी दिख रहा है। नए एंप्लॉयीज की ज्वाइनिंग को छह महीने आगे तक खिसका दिया गया है। यह ऐसे समय में हुआ है जब कंपनी जांच का सामना कर रही है और इसके बोर्ड में से आधे सदस्य बाहर जा चुके हैं

अपडेटेड Jun 29, 2023 पर 10:55 AM
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नए एंप्लॉयीज को हायरिंग के बाद ज्वाइनिंग से रोके जाने पर कंपनी ने अपना पक्ष रखा है। कंपनी के प्रवक्ता का कहना है कि ज्वाइनिंग डेट में बदलाव कंपनी के चरणबद्ध हायरिंग की स्ट्रैटेजी का हिस्सा है।

Byju's News: दिग्गज एडुटेक कंपनी बायजूज (Byju's) इस समय भारी दिक्कतों से जूझ रही है। अब इसका असर नए एंप्लॉयीज पर भी दिख रहा है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बायजूज ने नए एंप्लॉयीज को छह महीने से पहले तक ज्वाइन करने से रोक दिया है। एक फ्रेशर इंजीनियर जिसे 22 लाख रुपये के सालाना पैकेज पर जून में बायजूज को ज्वाइन करना था, उसे पहले अगस्त तक रोका गया और अब कंपनी ने जनवरी तक रोक दिया गया है। इसने इस बात की भी चिंता बढ़ी दी है कि नए एंप्लॉयीज जिनकी हाल-फिलहाल में ज्वाइनिंग है, वे कंपनी से जुड़े पाएंगे या नहीं। एक एंप्लॉयी जिन्हें प्रोडक्ट टीम को ज्वाइन करने से रोका गया, उनका कहना है कि कंपनी ने कई एंप्लॉयीज को मेल के जरिए इसे लेकर सूचना दिया है।

Byju's का क्या कहना है इस पर

नए एंप्लॉयीज को हायरिंग के बाद ज्वाइनिंग से रोके जाने पर कंपनी ने अपना पक्ष रखा है। कंपनी के प्रवक्ता का कहना है कि ज्वाइनिंग डेट में बदलाव कंपनी के चरणबद्ध हायरिंग की स्ट्रैटेजी का हिस्सा है। ऐसा खास तौर पर सिर्फ इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट में किया जा रहा है यानी कि बाकी विभाग में नए एंप्लॉयीज की हायरिंग को आगे नहीं खिसकाया जा रहा है।


कंपनी का कहना है कि इसे आगे खिसकाने का मतलब स्थगित करना नहीं बल्कि योजनाबद्ध तरीका है और इसके जरिए कारोबारी जरूरतों और प्रोजेक्ट की प्राथमिकताओं के हिसाब से हायरिंग की जा रही है। कुल मिलाकर बायजूज के प्रवक्ता का कहना है जिसकी जैसे जरूरत पड़ रही है, उसके हिसाब से एंप्लॉयीज को काम पर रखा जा रहा है।

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किन दिक्कतों से जूझ रही है कंपनी

ईपीएफओ ने इस हफ्ते की शुरुआत में पीएफ बकाए को लेकर बायजूज की जांच शुरू की थी। हालांकि कंपनी का दावा है कि इसने 97 फीसदी बकाया क्लियर कर दिया है। कुछ दिन पहले इसका खुलासा हुआ था कि अक्टूबर से लेकर अब तक कंपनी ने एंप्लॉयीज के पीएफ खाते में अपना कांट्रिब्यूशन नहीं जमा कराया है लेकिन अब जब मामला सामने आया तो कंपनी ने इसे जमा कराया है।

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इसके अलावा अभी हाल ही में इसके ऑडिटर डेलॉयट ने इस्तीफा दे दिया। कंपनी ने कहा कि कंपनी बार-बार कहने पर भी अपने वित्तीय आंकड़े नहीं दे रही है जिसके चलते वह कंपनी छोड़ रही है। इसके अलावा पिछले हफ्ते सिकोईया कैपिटल इंडिया के जीवी रविशंकर, चान जुकरबर्ग के विवियन वू और प्रोसुस के रसेल ड्रेजेनस्टॉक ने कंपनी छोड़ दिया था। इस प्रकार कंपनी के बोर्ड के 6 में से 3 सदस्य निकल चुके हैं। अब इसमें सिर्फ बायजू रवींद्रन, रिजू रवींद्रन और दिव्या गोकुलनाथ हैं।

Byju's को एक और झटका, सबसे बड़े शेयरहोल्डर Prosus ने वैल्यूएशन घटाकर 5.1 अरब डॉलर किया

इसके अलावा बायजूज को एक झटका वैल्यूएशन को लेकर लगा है। इसकी सबसे बड़ी शेयरहोल्डर प्रोसुस ने उसकी फेयर वैल्यू को एक बार फिर से घटा दिया है। प्रोसेस ने इसकी वैल्यू घटाकर 510 करोड़ डॉलर कर दी है।प्रोसुस की बायजूज में 9.6 फीसदी हिस्सेदारी है।

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