बायजू (Byju's) अपने विभिन्न डिपार्टमेंट में करीब 2,500 कर्मचारियों की छंटनी करने वाली है। दुनिया की सबसे मूल्यवान एडटेक स्टार्टअप अपने बढ़ते घाटे के बीच लागत में कटौती करने के लिए यह कदम उठा रही है। Byju's ने खुद एक बयान में यह जानकारी दी।
बायजू (Byju's) अपने विभिन्न डिपार्टमेंट में करीब 2,500 कर्मचारियों की छंटनी करने वाली है। दुनिया की सबसे मूल्यवान एडटेक स्टार्टअप अपने बढ़ते घाटे के बीच लागत में कटौती करने के लिए यह कदम उठा रही है। Byju's ने खुद एक बयान में यह जानकारी दी।
कंपनी ने एक बयान में कहा, "अतिरिक्त कर्मचारियों और भूमिकाओं के दोहराव से बचने के लिए, साथ ही टेक्नोलॉजी का बेहतर लाभ उठाने के लिए बायजू के कुल करीब 5 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी की जाएगी। यह छंटनी प्रोडक्ट, कंटेंट, मीडिया और टेक्नोलॉजी सहित सही टीमों में चरणबद्ध तरीके से होगी।" बायजू में अभी कुल करीब 50,000 कर्मचारी हैं।
Byju's ने यह भी कहा कि उसके हाल में स्कूली बच्चों को ऑनलाइन ट्यूशन मुहैया कराने वाले जिन फर्मों का अधिग्रहण किया है, उन सभी को मिलाकर एक सिंगल बिजनेस यूनिट मिलाया जाएगा। इन फर्मों में टॉपर, मेरिटनेशन, ट्यूटरविस्टा, स्कॉलर और हैशलर्न शामिल हैं। वहीं आकाश और ग्रेट लर्निंग पहले की तरह एक अलग ऑर्गनाइजेशन के तौर पर काम करते रहेंगे।
Byju's में इंडिया बिजनेस के सीईओ मृणाल मोहित ने बताया, "एक परिपक्व संस्थान के तौर पर हम निवेशकों और स्टेकहोल्डर्स के प्रति गंभीरता से अपनी जिम्मेदारी लेते हैं। हमारा लक्ष्य मजबूत रेवेन्यू ग्रोथ के साथ टिकाऊ ग्रोथ सुनिश्चित करना है। अपने मार्च 2023 तक मुनाफे में आने का लक्ष्य रखा है और इन उपायों से हमें इस लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी।"
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मनीकंट्रोल ने इससे पहले जून में प्रकाशित एक रिपोर्ट में बताया था कि एडटेक सेक्टर की यह दिग्गज कंपनी अपने 2,500 कर्मचारियों को निकालने की तैयारी कर रही है। इन कर्मचारियों में कॉन्ट्रैक्ट और फुल-टाइम दोनों कर्मचारी शामिल हैं।
Byju's के लिए पिछले 6 महीने काफी मुश्किल भरे रहे हैं। कंपनी ने वित्त वर्ष 2021 की अपनी सालाना रिपोर्ट को एक साल की अधिक की देरी के साथ दाखिल किया है। साथ ही इस दौरान इसे कई बार छंटनी का सहारा लेना पड़ा और इसके फंडिंग राउंड पर भी सवाल उठे, जिसने स्टेकहोल्डर्स को कुछ परेशान किया।
करीब 23 अरब डॉलर के वैल्यूएशन वाली कंपनी के फाउंडर, बायजू रवींद्र ने मनीकंट्रोल को कुछ समय पहले बताया था, "यह इससे कठिन नहीं हो सकता। और अगर यह हमें नहीं तोड़ पाया, तो मैं आपको बता सकता हूं कि आगे कुछ भी हमें रोक नहीं पाएगा।" उन्होंने बताया कि कंपनी के ऑपरेशंस पर सवाल उठने के बीच उन्होंने कई राते बिना सोए हुए गुजारी हैं।
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