ड्रीम स्पोर्ट्स के को-फाउंडर हर्ष जैन ने बड़ा दिल दिखाया है। उन्होंने कहा है कि रियल मनी गेमिंग (आरएमजी) पर रोक से किसी एंप्लॉयी को नौकरी गंवानी नहीं पड़ेगी। सरकार ने ऑनलाइन मनी गेमिंग पर रोक के लिए नया कानून बनाया है। सरकार ने 20 अगस्त को इस बारे में बिल लोकसभा में पेश किया था। अगले दिन उसे राज्यसभा में पेश किया गया। दोनों सदनों से पारित होने के बाद इस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हस्ताक्षर कर दिए हैं, जिससे यह कानून बन गया है।
कंपनी किसी एंप्लॉयी को नौकरी से हटाना नहीं चाहती
जैन ने मनीकंट्रोल को दिए इंटरव्यू में कहा, "हम किसी को नौकरी से हटाना नहीं चाहते हैं। कंपनी में काम करने वाले हर एंप्लॉयी की नौकरी सुरक्षित है। हम इस टैलेंट के साथ आगे का रास्ता बनाना चाहते हैं। जब आपके 95 फीसदी रेवेन्यू का स्रोत बंद होने जा रहा है तब एकमात्र रास्ता ऐसा प्रोडक्ट तैयार करना है, जिसका इस्तेमाल भविष्य में कमाई के लिए हो सकता है। इसकी शुरुआत टैलेंट से होती है।"
कंपनी पहले ही सबी पेड कॉन्टेस्ट्स पर रोक लगा चुकी है
Dream11 ने 22 अगस्त को अपने फैंटैसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म पर सभी पेड कॉन्टेस्ट्स पर रोक लगा दी थी। उसने ऑनलाइन मनी गेमिंग की जगह अपने प्लेटफॉर्म पर फ्री-टू-प्लेट ऑनलाइन सोशल गेम्स की शुरुआत कर दी थी। सरकार ने ऑनलाइन मनी गेमिंग पर रोक के लिए जो नया कानून बनाया है, उसका दायरा काफी व्यापक है। इसमें ऐसे सभी गेम्स पर रोक लग गई है, जिसमें यूजर्स को जीतने की उम्मीद में पैसे डिपॉजिट करने पड़ते हैं। ड्रीम स्पोर्ट्स का 95 फीसदी रेवेन्यू और 100 फीसदी प्रॉफिट इसी कैश आधारित कॉन्टेस्ट्स से आता था।
सभी बिजनेसेज को टैलेंट की जरूरत
जैन ने कहा कि उसके सभी बिजनेसेज को टैलेंट की जरूरत है। इनमें स्पोर्ट्स कंटेंट और कॉमर्स प्लेटफॉर्म FanCode, स्पोर्ट्स एक्सपीरियंस प्लेटफॉर्म DreamSetGo, मोबाइल गेम डेवलपमेंट यूनिट Dream Game Studios और फिनटेक वेंचर Dream Money शामिल हैं। इसके अलावा कंपनी कुछ नए प्रोडक्ट्स डेवलप करना चाहती है। इसके लिए भी टैलेंट की जरूरत है। जैन ने कहा कि कंपनी के पास पर्याप्त कैश है। इससे टैलेंट पूल को बनाए रखने में मदद मिलेगी। इससे कुछ सालों तक ऑपरेशंस को भी जारी रखा जा सकता है। कंपनी ने FY23 में 6,384.49 करोड़ रुपये का ऑपरेशन रेवेन्यू हासिल किया था।
ड्रीम स्पोर्ट्स के 26 करोड़ यूजर्स
उन्होंने कहा, "हमारे पास स्पोर्ट्स कंटेंट, कॉमर्स, फैन इंगेजमेंट, एनालिटिक्स, स्पोर्ट्स परफॉर्मेंस और मर्चेंडाइज हैं। इन सब पर AI का असर पड़ने वाला है। मेरे पास 500 इंजीनियर्स हैं, जिनका इस्तेमाल हम इन कामों को करने के लिए कर सकते हैं। हमारे 26 करोड़ यूजर्स है। हमारा ब्रांड ऐसा है जिसे बड़ी संख्या में लोगों का प्यार और भरोसा हासिल है। हमारे पास शानदार टैलेंट पूल है।" ड्रीम स्पोर्ट्स की शुरुआत जैन और भावित सेठ ने मिलकर 2008 में की थी।