बेंगलुरु के आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस स्टार्टअप Saarthi.ai मुश्किलों से जूझ रहा है। स्टार्टअप अपने कर्मचारियों को सैलरी न दे पाने के गंभीर आरोपों का सामना कर रहा है। फंड जुटाने की कोशिशों के बीच इसके फाउंडर और सीईओ विश्व नाथ झा ने एक अजीबोगरीब दावा किया है। उनका कहना है कि एक पूर्व कर्मचारी ने उनका पासपोर्ट चुरा लिया है, जिसमें अमेरिका का वीजा लगा था। Saarthi.ai ने सितंबर 2022 में मुनाफे में वापस लौटने की कोशिश में बड़े पैमाने पर छंटनी की थी। कहा जा रहा है कि इसके बाद मार्च 2023 से 50 से अधिक कर्मचारियों की सैलरी को रोक दिया।
इन दावों के बावजूद, कंपनी के फाउंडर और सीईओ विश्व नाथ झा ने इन आरोपों को 'बदनाम करने वाले अभियान' के हिस्से के रूप में खारिज कर दिया है। झा ने Entrackr को दिए एक इंटरव्यू में आरोप लगाया है कि एक वरिष्ठ कर्मचारी ने उनका पासपोर्ट चुरा लिया है, जिसमें एक महत्वपूर्ण अमेरिकी वीजा लगा था। झा का कहना है कि वह एक नया पासपोर्ट जारी करवाने में तो कामयाब हो गए हैं लेकिन उन्हें अभी तक फिर से अमेरिकी वीजा नहीं मिला है। इसमें काफी वक्त लगता है। इस घटना से फंड जुटाने की कोशिशों के लिए विदेश यात्रा करने में रुकावट पैदा हो गई है।
50 से अधिक कर्मचारियों की रोक रखी है सैलरी!
वर्तमान और पूर्व कर्मचारी, एक अलग कहानी बताते हैं। Entrackr के मुताबिक, एक पूर्व कर्मचारी का कहना है, 'फर्म ने एक साल से अधिक समय से 50 से अधिक कर्मचारियों का वेतन रोक रखा है और यहां तक कि कानूनी नोटिस का भी जवाब नहीं दिया है। फाउंडर ने कई मौकों पर यह भी कहा कि उन्हें हमें कोई स्पष्टीकरण नहीं देना है।" झा ने वेतन न दिए जाने के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि यह कंपनी की प्रतिष्ठा को मिट्टी में मिलाने की की कोशिशा है। उनका कहना है कि मुद्दों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है।
दो वित्त वर्षों से कर्मचारियों का TDS जमा नहीं कर पाया है स्टार्टअप
हालांकि सीईओ ने कथित तौर पर यह भी स्वीकार किया है कि कंपनी पिछले दो वित्तीय वर्षों से अपने कर्मचारियों की ओर से टीडीएस (टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स) जमा करने में विफल रही है। झा ने छंटनी की वजह इनवेस्टर्स की ओर से दबाव को बताया था।