हाल ही में सोशल मीडिया यूनिकॉर्न शेयरचैट (ShareChat) ने 200 लोगों को कंपनी से बाहर का रास्ता दिखाया था। अब खबर है कि स्टार्टअप 5.5-6.5 करोड़ डॉलर (करीब 458.34-541.68 करोड़ रुपये) जुटाने वाला है। मनीकंट्रोल को सोर्सेज से मिली जानकारी के मुताबिक, स्टार्टअप अपने मौजूदा निवेशकों जैसे टेमासेक, टाइगर ग्लोबल, गूगल, लाइटस्पीड वेंचर्स आदि से लगभग 2.7 अरब डॉलर की डिस्काउंटेड वैल्यूएशन पर कनवर्टिबल नोट्स के माध्यम से ऐसा करने जा रहा है।
पिछले फंडिंग राउंड में शेयरचैट की वैल्यूएशन लगभग 5 अरब डॉलर आंकी गई थी। इसका मतलब है कि इसकी वैल्यूएशन अब आधी हो गई है। मामले की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति का कहना है कि शेयरचैट का फंडिंग राउंड जनवरी या फरवरी की शुरुआत में क्लोज होने वाला है। शेयरचैट स्टार्टअप पिछले 4 महीनों से हर महीने 65 करोड़ रुपये से अधिक का रेवेन्यू दर्ज कर रहा है।
कॉस्ट कटिंग के नाम पर की थी 200 लोगों की छंटनी
कुछ दिन पहले ही शेयरचैट ने 200 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था। यह कुल कर्मचारियों का करीब 15 प्रतिशत है। शेयरचैट ने 2024 के लिए रिस्ट्रक्चरिंग प्लान की है। स्टार्टअप अगले 4 से 6 महीनों में प्रॉफिट में आना चाहता है। इसलिए छंटनी करके अपना खर्च घटा रहा है। इस साल की शुरुआत में भी शेयरचैट ने 600 कर्मचारियों को निकाला था। तब भी कंपनी ने कॉस्ट कटिंग का हवाला दिया था। उस वक्त भानू प्रताप सिंह और फरीद अहसान ने एग्जीक्यूटिव पद से इस्तीफा दे दिया था।शेयरचैट की पेरेंट कंपनी मोहल्ला टेक है। इसे जनवरी 2015 में अंकुश सचदेवा, भानु प्रताप सिंह और फरीद अहसान ने शुरू किया था।