Unacademy : सॉफ्टबैंक (SoftBank) के निवेश वाला एडटेक यूनिकॉर्न अपनी मंथली कॉस्ट घटाकर एक चौथाई करने में कामयाब रहा है और अगले साल की शुरुआत में वह प्रॉफिटेबिलिटी की ओर बढ़ रहा है। इस घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने मनीकंट्रोल को यह जानकारी दी है।
सूत्रों ने कहा कि Unacademy ने अपना मासिक खर्च घटाकर 50-60 करोड़ रुपये कर दिया है, जो पहले 200 करोड़ रुपये था। दरअसल, फंडिंग खासी घट गई है और निवेशक सतर्क हो गए हैं, इसलिए कॉस्ट में कमी लाने के लिए कई उपाय किए गए थे। सैकड़ों लोगों को निकाला जा चुका है, डिजिटल मार्केटिंग पर खर्च में कटौती की गई है।
लेकिन बढ़ रहा है रेवेन्यू
एक सूत्र ने कहा, रेवेन्यू पर किसी असर के बिना क्षमताओं पर खासा काम किया गया है। उन्होंने कहा, कैलेंडर वर्ष 22 में ग्रुप का रेवेन्यू 10 फीसदी से ज्यादा बढ़ चुका है और कंपनी को इस कैलेंडर वर्ष के अंत तक रेवेन्यू में 15 फीसदी की बढ़ोतरी की उम्मीद है। बीते साल से ग्रोथ कम हुई है, लेकिन ग्रोथ अभी भी बनी हुई है।
जनवरी तक ब्रेक ईवन में आने की उम्मीद
मनीकंट्रोल के आंतरिक अनुमानों के मुताबिक, वित्त वर्ष 22 के लिए Unacademy को 700 करोड़ से ज्यादा रेवेन्यू की उम्मीद है, जबकि वित्त वर्ष 22 का अर्जित रेवेन्यू 1,100 करोड़ रुपये से ज्यादा रहा है। सूत्रों ने कहा अनएकेडमी को जनवरी तक ब्रेक ईवन में आने की उम्मीद है। इस संबंध में मनीकंट्रोल को अनएकेडमी से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
मार्केटिंग पर खर्च में भारी कटौती
जुलाई में Unacademy के कोफआउंडर और सीईओ गौरव मुंजाल ने ट्वीट किया था कि कंपनी ने परफॉर्मेंस मार्केटिंग पर अपना खर्च 18 करोड़ रुपये से घटाकर 2 करोड़ रुपये कर दिया है। इससे कंपनी की ग्रोथ पर भी कोई असर नहीं पड़ा है।
मुंजाल ने ट्वीट किया था कि Unacademy अगले साल से आईपीएल विज्ञापनों पर खर्च बंद कर देगी। 2020, 2021 और 2022 के आईपीएल सीजन के लिए अनएकेडमी ‘cracking sixes’ सेगमेंट की स्पॉन्सर थी।