सॉफ्टबैंक के निवेश वाली अनएकेडमी (Unacademy) ने साल 2022 में अपने पहले ऑफलाइन कोचिंग इंस्टीट्यूट के लिए दूसरे संस्थानों के टीचरों को तोड़कर अपने यहां लाने को लेकर सुर्खियों में थी। देश की सबसे बड़ी एडटेक-कंपनी अनएकेडमी ने यह कोचिंग इंस्टीट्यूट कोटा में खोला था। मनीकंट्रोल ने उस वक्त एक रिपोर्ट में बताया था अनएकेडमी ने दूसरे संस्थानों से करीब 30 जाने-माने शिक्षकों को अपने यहां लाने के लिए करीब 100 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इन टीचरों को काफी मोटा पैकेज दिया गया था।
इस वाकये को 8 महीने गुजर गए हैं। तब से एडटेक इंडस्ट्री में काफी बदलाव आ गया है। ऑनलाइन लर्निंग की कम होती मांग के बीच अधिकतर एडटेक कंपनियां अपने खर्चों में भारी कटौती कर रही है। कई ने छंटनी का भी सहारा लिया है। हालांकि इसके बावजूद दूसरे संस्थानों से टीचरों को आक्रामक रूप से तोड़ने की प्रक्रिया अभी भी जारी दिख रही है।
वेस्टब्रिज कैपिटल के निवेश वाली अड्डा-247 (Adda247) तो इस पूरे खेल को अलग स्तर पर लेकर गई है। सूत्रों के मुताबिक, कंपनी ने फिजिक्सवाला (PhysicsWallah) के 5 टीचरों को तोड़ने के लिए कथिततौर पर करीब 100 रुपये खर्च किए हैं। Adda247 इन टीचरों के साथ यूट्यूब पर संकल्प (Sankalp) नाम से एक नया प्लेटफॉर्म खोल रहा है। खास बात यह है कि फिजिक्सवाला भी वेस्टब्रिज कैपिटल के निवेश वाली ही एक कंपनी है।
इन 5 टीचरों में फिजिक्सवाला के एकेडमिक डायरेक्टर आदित्य आनंद और मनीष दूबे, NEET कैटेगरी के हेड तरुण कुमार, केमिस्ट्री के हेड सर्वेश दीक्षित और मैथ के प्रोफेसर सिद्धार्थ मिश्रा शामिल हैं। इन सभी अलख पांडे की अगुआई वाली कंपनी फिजिक्सवाला को छोड़कर 3 मार्च को नया यूट्यूब चैनल शुरू किया। इन्होंने इस खबर पर मनीकंट्रोल के साथ बात करने से इनकार कर दिया।
यह सबकुछ ऐसे समय में हुआ है, जब फिजिक्सवाला ने सरकारी नौकरी की तैयारी कराने वाले प्लेटफॉर्म 'PrepOnline' का अक्टूबर 2022 में अधिग्रहण कर लिया, जो Adda247 का कोर बिजनेस सेगमेंट है।
फिजिक्सवाला के चीफ स्ट्रैटजिस्ट ऑफिसर अभिषेक मिश्रा ने बताया, "इस अलग हुए समूह ने हमारे कई टीचरों से संपर्क किया है और उन्हें कंपनी छोड़कर उनके यहां आने के लिए लाखों-करोड़ों रुपये का पैकेज ऑफर कर रहे हैं। जो टीचर अलग हुए हैं, वे भी हमारे टॉप-सैलरी भुगतान वालों में शामिल थे। लेकिन लालच की कोई सीमा नहीं होती है और बाकी एडटेक कंपनियां ये जानती हैं। ऐसे में हमारे साथ कॉम्पिटीशन करने के लिए वे वेतन के अस्थिर और लंबे समय तक न चल पाने वाली सैलरी पैकेज की पेशकश कर रहे हैं।"