Zepto IPO: क्विक कॉमर्स यूनिकॉर्न जेप्टो ने अपने IPO के प्लांस को एक साल के लिए टाल दिया है। अब स्टार्टअप की नजर 2026 में लिस्ट होने पर है। यह बात मनीकंट्रोल को सोर्सेज से पता चली है। हालांकि जेप्टो के सीईओ और को-फाउंडर आदित पालिचा ने CNBC-TV18 को बताया है कि स्टार्टअप कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) इसी साल यानि 2025 में दाखिल करेगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इससे पहले पालिचा ने कहा था कि कंपनी को 2025 में लिस्ट होने का भरोसा है। उन्होंने साल 2024 में पीटीआई को एक इंटरव्यू में बताया था, "यह हमारी महत्वाकांक्षा है...बेशक, पूंजी बाजार बदल सकते हैं, लेकिन अभी के लिए, हम आशावादी हैं कि अगर कारोबार इसी तरह का प्रदर्शन जारी रखता है, तो हम कैलेंडर वर्ष 2025 में पब्लिक हो जाएंगे।"
कैश की खपत कम करने पर काम कर रही जेप्टो
ताजा घटनाक्रम पर मनीकंट्रोल को एक सूत्र ने बताया, "IPO योजना को कुछ महीनों के लिए टाला जा चुका है। लेकिन अब यह लगभग तय है कि जेप्टो इस साल IPO नहीं लाएगी, क्योंकि वह अपनी कैश की खपत कम करने और अपने प्रॉफिट प्रोफाइल को बेहतर बनाने पर काम कर रही है।" सूत्रों ने यह भी कहा कि भले ही जेप्टो आने वाले महीनों में DRHP दाखिल कर दे लेकिन उसका IPO इस साल आने की संभावना नहीं है। हायर कैश बर्न के साथ कंपनी IPO नहीं ला सकती।
जेप्टो अपने IPO से लगभग 80 करोड़ डॉलर जुटाने की योजना बना रही है। इससे पहले इसने 40-50 करोड़ डॉलर जुटाने का प्लान बनाया था। ऐसी रिपोर्ट्स हैं कि जेप्टो जनवरी-मार्च 2025 तिमाही के लिए अपने रेवेन्यू और लागत लक्ष्यों से चूक गई और अब फिर से रणनीति बना रही है। जेप्टो की टक्कर एटर्नल के ब्लिंकइट और स्विगी के इंस्टामार्ट से है।
जेएम फाइनेंशियल, मोतीलाल ओसवाल भी IPO के लिए इनवेस्टमेंट बैंकों में शामिल
IPO की टाइमलाइन आगे बढ़ने के बावजूद जेप्टो अपने IPO के लिए और इनवेस्टमेंट बैंकों को चुनने की एडवांस्ड स्टेज में है। एक तीसरे सूत्र ने कहा कि जेएम फाइनेंशियल और मोतीलाल ओसवाल को IPO सिंडिकेट में जोड़ा गया है। गोल्डमैन सैक्स, मॉर्गन स्टेनली और एक्सिस कैपिटल के अलावा ये दो अतिरिक्त नाम हैं। सूत्रों ने कहा कि जेप्टो का लगभग 43-44 प्रतिशत हिस्सा अब घरेलू शेयरधारकों के पास है और कंपनी को विश्वास है कि यह अपने IPO के समय या उससे कुछ समय पहले भारतीय शेयरहोल्डर्स के पास अधिकांश मालिकाना हक वाली फर्म बन सकती है। इस बीच, जेप्टो की ओर से अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों से निजी बाजार से काफी बड़ी धनराशि जुटाने की संभावना तलाशी जा सकती है।
70 करोड़ डॉलर का फंड जुटाने की तैयारी
सूत्रों ने बताया कि पालिचा ने पिछले कुछ हफ्तों में अमेरिका में काफी वक्त बिताया है और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों से संभावित फंड जुटाने के बारे में चर्चा की है। तीसरे सूत्र ने मनीकंट्रोल को बताया, "जेप्टो 70 करोड़ डॉलर तक जुटाने की तैयारी कर रही है। जेप्टो में मौजूदा निवेशक एवेनिर और जनरल कैटालिस्ट दोनों ने इस फंडिंग राउंड को को-लीड करने की इच्छा दिखाई है और अन्य मौजूदा निवेशक भी कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा सकते हैं। हालांकि अभी तक कुछ भी फाइनल नहीं है। राउंड असफल भी हो सकता है।