रियल एस्टेट कंपनी सुपरटेक (Supertech) के चेयरमैन और मालिक आर के अरोड़ा (R K Arora) को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार 27 जून को गिरफ्तार कर लिया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अरोड़ा को मनी-लॉन्ड्रिंग से जुड़े आरोपों में गिरफ्तार किया गया है। सूत्रों ने बताया कि अरोड़ा को मंगलवार को तीसरे दौर की पूछताछ के लिए ED ऑफिस में बुलाया गया था। पूछताछ के बाद प्रिवेंशन ऑफ मनीलॉन्ड्रिंग की विभिन्न धाराओं के तहत अरोड़ा को हिरासत में ले लिया गया।
अरोड़ा को अब बुधवार को स्पेशल PMLA कोर्ट में पेश किया जा सकता है, जहां ईडी उन्हें रिमांड में दिए जाने का अनुरोध करेगी। सुपरटेक ग्रुप, उसके डायरेक्टरों और प्रमोटरों के खिलाफ मनी-लॉन्ड्रिंग का यह मामला दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पुलिस की ओर से दर्ज विभिन्न FIR पर आधारित है।
ED ने अप्रैल में रियल एस्टेट ग्रुप और उसके डायरेक्टरों की 40 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति जब्त की थी। ED ने उस वक्त जारी एक बयान में कहा था, "उत्तराखंड के रुद्रपुर में स्थित 25 अचल संपत्तियों और उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में ‘मेरठ मॉल’ को कुर्क करने के लिए मंगलवार को प्रिवेंशन ऑफ मनीलॉन्ड्रिंग एक्ट के प्रावधानों के तहत एक आदेश जारी किया गया था।"
ED के मुताबिक, कंपनी और इसके डायरेक्टरों ने अपनी रियल एस्टेट परियोजनाओं के फ्लैट बुक करवा कर संभावित खरीदारों से पैसे लेकर लोगों को धोखा देने के लिए ‘‘आपराधिक साजिश’’ रची और समय पर फ्लैट का कब्जा देने से जुड़े जिम्मेदारियों का पालन करने में विफल रहे।
कंपनी के खिलाफ अलग-अलग स्थानों पर दर्ज इन FIR के अनुसार रियल स्टेट कंपनी ने इस प्रकार आम जनता के साथ ‘‘धोखाधड़ी’’ की।