टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स ने आज अहम खरीदारी का एलान किया है। टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट ने नीलाचल इस्पात निगम (NINL) के 300 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की है। नीलाचल इस्पात निगम टाटा स्टील (Neelachal Ispat Nigam Ltd-NINL) लॉन्ग प्रोडक्ट्स की अप्रत्यक्ष रूप से सब्सिडियरी है। जानकारी के मुताबिक 21 फरवरी को टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स ने 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 4,68,75,000 इक्विटी शेयरों को 54 रुपये के प्रीमियम भाव पर खरीदा है। यह इसकी नीलाचल इस्पात में निवेश की पहली किश्त है।
इस खरीदारी का असर आज शेयरों पर भी दिखा है और कमजोर मार्केट सेंटिमेंट में भी यह ग्रीन जोन में रहा। टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स के शेयर आज बीएसई पर 0.44 फीसदी के उछाल के साथ 655.80 रुपये के भाव (Tata Steel Long Products Share Price) पर बंद हुए हैं।
कंपनी ने क्यों की यह खरीदारी
टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स ने नीलाचल इस्पात के 300 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की है। इस खरीदारी के बाद कंपनी की नीलाचल इस्पात में हिस्सेदारी 1.88 फीसदी से बढ़कर 5.23 फीसदी पर पहुंच गई। स्पेशल बार क्वालिटी (SBQ) सेग्मेंट में सालाना 10 लाख टन की क्षमता के साथ टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स देश के सबसे बड़े स्पेशियलिटी स्टील प्लांट्स में शुमार है और अब नीलाचल इस्पात में हिस्सेदारी बढ़ाकर कंपनी अपनी सालाना उत्पादन क्षमता बढ़ाना चाहती है। सौदे के पैसों का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल और नीलाचल इस्पात के कैपिटल एक्सपेंडिचर की जरूरतों के साथ-साथ आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में किया जाएगा।
Tata Steel Long Products ने लगाई थी सबसे बड़ी बोली
नीलाचल इस्पात सरकारी कंपनी है और इसमें केंद्र और राज्य- दोनों की हिस्सेदारी है। इसकी हिस्सेदारी के लिए सबसे बड़ी बोली टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स ने लगाई थी। कंपनी ने इस सरकारी आयरन और स्टील प्रोडक्शन कंपनी में 93.71 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 12100 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने इसकी जानकारी 31 जनवरी को दी थी। नीलाचल इस्पात की ओडिशा के कलीमनगर में सालाना 11 लाख टन की क्षमता वाला आयरन और स्टील प्लांट है। इसके पास 9 करोड़ टन की लोहे के अयस्क की रिजर्व खान भी है। वित्त वर्ष 2021-22 में इसका टर्नओवर 257.58 करोड़ रुपये था।