Toshiba Layoff News: इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट्स बनाने वाली तोशिबा (Toshiba) में 9 साल की सबसे बड़ी छंटनी होने जा रही है। जापान की मीडिया Nikkei Asia की रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी अपने घरेलू वर्कफोर्स में से करीब 5 हजार एंप्लॉयीज की छु्ट्टी कर सकती है। यह जापान में इसके कुल वर्कफोर्स का करीब 7 फीसदी है। यह छंटनी वालंटरी रिटायरमेंट्स के जरिए की जाएगी। इससे पहले अकाउंटिंग की गड़बड़ियों के चलते 2015 में बड़े पैमाने पर कंपनी में छंटनी हुई थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक छंटनी के चलते कंपनी को स्पेशल रिटायरमेंट बेनेफिट्स और आउटप्लेसमेंट सर्विसेज के चलते 10 हजार करोड़ येन (5410 करोड़ रुपये) का झटका लगेगा। हालांकि अभी इसे लेकर कंपनी और कंपनी के लेबर यूनियन के बीच बातचीत क्या नतीजा निकलता है, यह अहम होगा।
Toshiba की कैसी है वित्तीय सेहत
तोशिबा अपने एनर्जी, इंफ्रा, डिवाइसेज और आईटी बिजनेस को मुख्यालय में करने की स्ट्रैटेजी के तहत छंटनी की योजना बना रही है। इसके वित्तीय सेहत की बात करें तो पिछले साल दिसंबर में टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज से डीलिस्ट होने के बाद से यह अपनी वित्तीय स्थिति को स्थिर करने के दबाव से जूझ रही है। अधिग्रहण की प्रक्रिया के दौरान इसने जो भारी-भरकम कर्ज लिए थे, उसे चुकाने के लिए कंपनी जूझ रही है। जापान इंडस्ट्रियल पार्टनर्स (JIP) की अगुवाई में एक कंसोर्टियम ने इसके सारे शेयर खरीद लिए थे जिसके बाद यह डीलिस्ट हुई थी। 2.4 लाख करोड़ येन (1.30 लाख करोड़ रुपये) की इस खरीदारी के लिए जेआईपी ने 1.4 लाख करोड़ येन (76 हजार करोड़ रुपये) का लोन बैंक से लिया था और इसके लिए तोशिबा की संपत्तियों को गिरवी रखा गया था।
तोशिबा की क्या है स्ट्रैटेजी है अब
तोशिबा अपनी वित्तीय स्थिति को स्थिर रखने के लिए जूझ रही है। इसका फोकस तत्काल फाइनेंशियल रिकवरी की ही नहीं है बल्कि लॉन्ग टर्म स्ट्रैटेजिक ग्रोथ पर भी है। कंपनी के प्रेसिडेंट तारो शिमाडा (Taro Shimada) ने डेटा-सेंट्रिक स्ट्रैटजीज और एआई में इनोवेशंस और क्वांटम टेक्नोलॉजी के जरिए कारोबारी वैल्यू बढ़ाने की योजना बनाई है। इन्हें बढ़ावा देने के लिए हाल ही में कंपनी ने नया R&D हब शुरू किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इन सबके अलावा जेआईपी की स्ट्रैटेजी पांच साल में फिर से तोशिबा की लिस्टिंग है।