टेस्ला को यूरोप में बड़ा झटका, जुलाई में 40% गिरी कारों की बिक्री, चीनी कंपनी BYD की मांग में दिखा जबरदस्त उछाल
टेस्ला के मालिक Elon Musk को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, यूरोप में टेस्ला की कारों की बिक्री जुलाई में तेजी से घटी है, जो लगातार सातवें महीने की गिरावट है। जबकि चीनी कंपनी BYD, जो की टेस्ला की कंपीटिटर कंपनी है, इसके बिक्री में जोरदार बढ़ोतरी हुई।
टेस्ला को यूरोप में बड़ा झटका, जुलाई में 40% गिरी कारों की बिक्री
टेस्ला के मालिक Elon Musk को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, यूरोप में टेस्ला की कारों की बिक्री जुलाई में तेजी से घटी है, जो लगातार सातवें महीने की गिरावट है। जबकि चीनी कंपनी BYD, जो की टेस्ला की कंपीटिटर कंपनी है, इसके बिक्री में जोरदार बढ़ोतरी हुई। बता दें कि यह जानकारी गुरुवार को जारी हुई एक डेटा से पता चली है।
यूरोपीय ऑटोमोबाइल निर्माता संघ (ACEA) के अनुसार, जुलाई में टेस्ला की नई कारों की बिक्री केवल 8,837 रही, जो पिछले साल की तुलना में 40% कम है। यानी टेस्ला की बिक्री में काफी गिरावट आई है। वहीं, चीनी कंपनी BYD ने जुलाई में 13,503 नई कारें बेचीं, जो पिछले साल की तुलना में 225% ज्यादा हैं। इसका मतलब है कि BYD की बिक्री में जोरदार बढ़ोतरी हुई है।
यूरोप में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री बढ़ी
ध्यान देने वाली बात यह है कि टेस्ला की बिक्री कम होने के बावजूद यूरोप में कुल बैटरी इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री बढ़ी है। इसका मतलब है कि लोग इलेक्ट्रिक कारें खरीद रहे हैं, लेकिन टेस्ला की बजाय अन्य कंपनियों की कारें ज्यादा पसंद की जा रही हैं।
एलन मस्क की कंपनी टेस्ला को यूरोप में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, इसका कारण है कड़ी प्रतिस्पर्धा, मस्क का विवादित बयान और ट्रंप प्रशासन से संबंध। जिसका सीधा-सीधा असर ब्रांड की छवी पर पड़ रहा है।
ग्लोबल स्तर पर मुश्किलों का सामना कर रही टेस्ला
हाल ही में टेस्ला को ग्लोबल स्तर पर भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। कंपनी की ऑटो सेल्स से होने वाली आय इस साल की दूसरी तिमाही में कम हुई और मस्क ने चेतावनी दी कि आगे “कुछ कठिन तिमाहियां” आ सकती हैं।
टेस्ला की एक बड़ी समस्या यह है कि उसकी कार लाइनअप में बड़ा बदलाव नहीं हुआ है। कंपनी ने इस साल कहा कि वह एक सस्ती इलेक्ट्रिक कार पर काम कर रही है, जिसकी “वॉल्यूम प्रोडक्शन” 2025 की दूसरी छमाही में शुरू हो सकती है। निवेशक उम्मीद कर रहे हैं कि इससे बिक्री फिर से बढ़ सकती है।
केप्लर शेव्रे के ऑटोमोबाइल रिसर्च हेड ने क्या कहा?
केप्लर शेव्रे के ऑटोमोबाइल रिसर्च हेड, थॉमस बेसन ने कहा कि टेस्ला का प्रबंधन निवेशकों को यह मनाने की कोशिश कर रहा है कि टेस्ला केवल एक कार कंपनी नहीं है। वे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), रोबोटिक्स और सेल्फ-ड्राइविंग तकनीक जैसी चीजों पर भी जोर दे रहे हैं।
बेसन ने गुरुवार को CNBC के “Squawk Box Europe” को बताया कि टेस्ला हर तरह की चीजों के बारे में बात करता है, लेकिन अपनी कारों के बारे में नहीं। उनकी कारें धीरे-धीरे बिक रही हैं क्योंकि उनके पुराने मॉडल ज्यादा समय तक चल रहे हैं और नए मॉडल, खासकर साइबरट्रक, उतने सफल नहीं रहे।
उन्होंने आगे कहा कि अमेरिकी ऑटो कंपनी टेस्ला को चीन की कंपनियों से कड़ी टक्कर मिल रही है। चीनी कंपनियां तेजी से नए मॉडल लॉन्च कर रही हैं और यूरोप में अपनी पकड़ मजबूत कर रही हैं। पिछले दो सालों में BYD ने इसमें सबसे आगे रहते हुए पूरे यूरोप में शोरूम खोले हैं और अपनी कारों को किफायती दामों पर लॉन्च किया है।
चीनी ब्रांडों का मार्केट शेयर 5% से अधिक
JATO Dynamics के डेटा के अनुसार, इस साल की पहली छमाही में चीनी ब्रांडों का मार्केट शेयर 5% से अधिक रहा, जो अब तक का रिकॉर्ड है।
बता दें कि सिर्फ टेस्ला ही नहीं बल्कि कई अन्य कंपनियां भी चीन की कड़ी प्रतिस्पर्धा से दबाव में हैं। जीप की मालिक कंपनी स्टेलांटिस, दक्षिण कोरिया की हुंडई और जापान की टोयोटा व सुज़ुकी की कारों की नई रजिस्ट्रेशन जुलाई में पिछले साल की तुलना में कम हुई है। वहीं, इसके विपरीत, Volkswagen, BMW और Renault Group ने जुलाई में यूरोप में नई कार रजिस्ट्रेशन में वृद्धि दर्ज की।