अमेरिकी सिक्योरिटीज रेगुलेटर यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने बिटकॉइन को ट्रैक करने के लिए पहले यूएस-लिस्टेड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (Bitcoin ETFs) को मंजूरी दे दी है। कमीशन के चेयरमैन गैरी जेन्सलर का कहना है कि यह दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी और व्यापक क्रिप्टो उद्योग के लिए एक ऐतिहासिक मोड़ है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि एक नोटिस के अनुसार, यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने ब्लैकरॉक, आर्क इनवेस्टमेंट्स/21शेयर्स, फिडेलिटी, इनवेस्को और वैनएक के आवेदनों सहित 11 आवेदनों को मंजूरी दी।
उम्मीद है कि कुछ ETFs का कारोबार गुरुवार से ही शुरू हो जाएगा, जिससे बाजार हिस्सेदारी के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा शुरू हो जाएगी। बिटकॉइन ETF, बिटकॉइन के लिए एक गेम-चेंजर है। ETFs संस्थागत और खुदरा निवेशकों को दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी को डायरेक्ट होल्ड किए बिना इसमें निवेश की पेशकश करते हैं। यह क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा बूस्ट हैं।
बिटकॉइन का भाव पहुंच सकता है 1 लाख डॉलर पर
स्टैंडर्ड चार्टर्ड के विश्लेषकों ने इस सप्ताह कहा था कि ETFs अकेले इस वर्ष 50 अरब से 100 अरब डॉलर का निवेश आकर्षित कर सकते हैं, जिससे हो सकता है कि बिटकॉइन की कीमत बढ़कर 1 लाख डॉलर तक पहुंच जाए। अन्य विश्लेषकों ने कहा है कि अगले 5 वर्षों में निवेश 55 अरब डॉलर के करीब होगा। बिटकॉइन पिछली बार 3% बढ़कर 47,300 डॉलर पर था। ETF की आस में हाल के महीनों में इस क्रिप्टोकरेंसी की कीमत 70% से अधिक बढ़ गई है।
बिटकॉइन को और वैध बनाएगा यह कदम
रॉयटर्स के मुताबिक, रोसेनब्लैट सिक्योरिटीज के मैनेजिंग डायरेक्टर और वरिष्ठ फिनटेक एनालिस्ट एंड्रयू बॉन्ड का कहना है कि यह एक एसेट क्लास के रूप में बिटकॉइन के इंस्टीट्यूशनलाइजेशन के लिए एक बड़ा सकारात्मक संकेत है। ETF को मंजूरी बिटकॉइन को और अधिक वैध बना देगी। बता दें कि यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने एक दशक तक बिटकॉइन ETF को इस चिंता के कारण खारिज कर दिया था कि उनमें आसानी से हेरफेर किया जा सकता है।