Wipro June Quarter Results: IT कंपनी विप्रो ने अप्रैल-जून 2025 तिमाही के वित्तीय नतीजे जारी कर दिए हैं। तिमाही के दौरान कंपनी का ऑपरेशंस से कंसोलिडेटेड रेवेन्यू सालाना आधार पर 0.77 प्रतिशत बढ़कर 22134.6 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले यह 21963.8 करोड़ रुपये था। कंपनी के इक्विटीहोल्डर्स के लिए शुद्ध कंसोलिडेटेड मुनाफा 3330.4 करोड़ रुपये रहा। यह जून 2024 तिमाही में दर्ज किए गए मुनाफे 3003.2 करोड़ रुपये से 10.89 प्रतिशत ज्यादा है।
कंपनी ने शेयर बाजारों को बताया है कि जून 2025 तिमाही में कुल खर्च बढ़कर 18947.8 करोड़ रुपये के रहे, जो एक साल पहले 18667.4 करोड़ रुपये के थे। विप्रो का मार्केट कैप 2.73 लाख करोड़ रुपये के करीब है।
IT सर्विसेज सेगमेंट से रेवेन्यू 258.74 करोड़ डॉलर रहा, जो जून 2024 तिमाही से 1.5 प्रतिशत ज्यादा है। कंपनी ने इस सेगमेंट से रेवेन्यू जुलाई-सितंबर 2025 तिमाही में 256 करोड़ डॉलर से लेकर 261.2 करोड़ डॉलर की रेंज में रहने का अनुमान जताया है।
कितना डिविडेंड और क्या है रिकॉर्ड डेट
Wipro के बोर्ड ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए शेयरहोल्डर्स को 5 रुपये प्रति शेयर का पहला अंतरिम डिविडेंड देने की सिफारिश की है। इसके लिए रिकॉर्ड डेट 28 जुलाई 2025 है। इस तारीख तक जिन शेयरधारकों के नाम शेयरों के लाभार्थी मालिकों के तौर पर रजिस्टर ऑफ मेंबर्स ऑफ द कंपनी या डिपॉजिटरीज के रिकॉर्ड्स में होंगे, वे डिविडेंड पाने के हकदार होंगे। डिविडेंड का पेमेंट 15 अगस्त को या उससे पहले कर दिया जाएगा।
विप्रो के शेयर की फेस वैल्यू 2 रुपये है। शेयर 17 जुलाई को BSE पर लगभग 1 प्रतिशत गिरावट के साथ 260.25 रुपये पर बंद हुआ। दिन में यह पिछले बंद भाव से लगभग 2 प्रतिशत तक गिरकर 258 रुपये के लो तक गया। शेयर 3 महीनों में 10 प्रतिशत चढ़ा है। कंपनी में जून 2025 तिमाही के आखिर तक प्रमोटर्स के पास 72.66 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
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